लखनऊ : लगातार ट्रेनों में हो रही डकैतियां एवं लूट-मार की घटनाओं से यह साबित हो गया है कि केन्द्र सरकार रेलवे यात्रियों की सुरक्षा एवं संरक्षा में पूरी तरह असफल साबित हो रही है।

उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के जोन नं0 7 से प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार सिंह ने आज जारी बयान में कहा कि केन्द्र सरकार की इसी असफलता का ही परिणाम है कि आये दिन ट्रेनों में लूट-मार की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। अभी कल ही काठगोदाम एक्सप्रेस में शाहजहांपुर में एक यात्री से सरेआम जहां लूटपाट की गयी वहीं लुटेरों ने उसकी आंख भी निकाल ली। दो दिन पूर्व बाराबंकी से कानपुर जाने वाली पैसेंजर ट्रेन में यात्री को ट्रेन से नीचे फेंक दिया तथा कुछ दिन पूर्व राप्ती सागर एक्सप्रेस में एक महिला से छेड़छाड़ और उसके जेवर लूटे जाने की खबरें समाचारपत्रों में प्रकाशित हुई है। इस प्रकार की घटनाएं जिस निरन्तरता से बढ़ रही हैं उससे स्पष्ट है कि भारत सरकार का रेल मंत्रालय रेल यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा देने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ है।

श्री सिंह ने कहा कि पिछले वर्ष 2014 के मई माह में एनडीए सरकार के गठन के तुरंत बाद 14.5 प्रतिशत रेल किराये में वृद्धि करते हुए मौजूदा सरकार ने जनता को बड़ा सपना दिखाया था कि रेलवे में जनता को बेहतर से बेहतर सुविधा एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह रेल किराये में वृद्धि आवश्यक है। लेकिन सरकार को बने नौ माह हो चुके हैं सुरक्षा और सुविधा के नाम पर तो करोड़ों-करोड़ रेल यात्रियों को कुछ नहीं प्राप्त हुआ अपितु अब रेल यात्रा करना जान जोखिम में डालने के बराबर हो गया है। 

श्री सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार राज्य सरकारों से सम्पर्क स्थापित करके रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए आर0पी0एफ0 और जी0आर0पी0 का संयुक्त बल रेलों में नियुक्त करें, जिससे इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।