लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि देश के अन्य राज्यों से बेहतर कानून व्यवस्था का दावा करने वाली यू.पी. पुलिस की हालत पिछले 72 घण्टे में दर्दनाक रही। प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने आरोप लगाया कि इन 72 घण्टों मंे तीन सब इस्पेक्टरों की मौत के साथ ही आधा दर्जन स्थानों पर पुलिस कर्मियों की जमकर पिटाई हुई। कानून व्यवस्था की हालत तो इतनी पतली है कि मुख्यमंत्री के गृह जनपद में ही यू.पी. पुलिस बार-बार पिटी। सपा सरकार में पुलिस के पिटने का रिकार्ड कायम हो गया।

प्रदेश प्रवक्ता डा0 मिश्र ने आरोप लगाया कि कल अलीगढ़ में रेलवे मजिस्ट्रेट के गनर को बाइक सवार दो युवकों ने भून डाला, दो दरोगाओं की सदिग्ंध मौत हो गई। देवरिया, बागपत, बदाँयू तथा कन्नौज जिले के चैकी इन्चार्ज पर हमले की बारदातें प्रदेश पुलिस की बदहाली के जीवन्त प्रमाण है। मुख्यमंत्री के प्रभावित जनपद कन्नौज में नशे में धुत शराबियों ने चैकी इंचार्ज को गाड़ी से कुचलकर मार देने की कोशिश की। 

डा0 मिश्र ने आरोप लगाया कि सपा सरकार के लगभग तीन साल के कार्यकाल में पूरे प्रदेशकी बात छोड़ भी दे तो मुख्यमंत्री के अपने गृह जनपद इटावा में ही पुलिस के पिटने का रिकार्ड कायम हो गया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2012 में 10, वर्ष 2013 में 07 तथा मात्र जनवरी 2015 में 05 मामले इटावा में पुलिस के पिटने के सामने आये। अपराधियों के हौसले बुलन्द है, सपाईयों को संरक्षण उन्हे प्राप्त है।

डा0 मिश्र ने सपा सरकार को चेताया कि अन्य राज्यों से कानून-व्यवस्था को बेहतर बताने के बजाय खुद प्रदेश की कानून-व्यवस्था को दुरूस्त करें। प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था को सरकार प्राथमिकता के स्तर पर सुधारे।