लखनऊ: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता व कैण्ट विधायक प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी ने SIL के कर्मचारियों की समस्याओं के हक में कम्पनी के गेट पर SIL कर्मचारी यूनियन के बैनर तले सभा की और प्रबन्धन पर SIL को मिले पैकेज के दुरूपयोग व कर्मचारियों के उत्पीड़न का आरोप लगाया। उन्होने ऐलान किया कि एक सर्वदलीय प्रतिनिधि मण्डल सांसद कौशल किशोर के नेतृत्व में शीघ्र्र प्रशासन से मिलकर इस सम्बंध में वार्ता करेगा। 

बड़ी संख्या में जुटे कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए प्रो0 जोशी ने कहा कि SIL की स्थापना कांग्रेस की सरकार ने 1973 में की थी। पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी ने कांग्रेस के मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा के निवेदन पर इस कम्पनी को लखनऊ में स्थापित किया। उस समय इसमें लगभग 3500 कर्मचारी थें लेकिन प्रबंधन की कमजोरियों के कारण कम्पनी गिरती गयी और अब 500 से भी कम कर्मचारी बचे हैं। जनवरी 2013 में बहुत प्रयासों के  बाद सोनिया गांधी व डा0 मनमोहन सिंह ने कम्पनी को पुर्नोधार हेतु 202 करोड़ का पैकेज दिया था। परन्तु आज 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई सुधार नही हुआ। 

प्रो0 जोशी ने कहा कि 4000 से अधिक गाडि़यां बन कर खड़ी है पर उन्हे प्रबन्ध समिति बेच नही पा रही। कम्पनी के स्टाक Inventory चोरी हो रही है। कर्मचारी यूनियन द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर प्रबन्धक ने मान्यता प्राप्त यूनियन को मान्यता न देते हुए उसमें फूट डाली व यूनियन के कई पदाधिकारियों को निलम्बित कर दिया।

प्रो0 जोशी ने प्रबंधन पर आरोप लगाया कि आई आर. अनतरिम राहत के भुगतान में भी मनमानी की जा रही है। यूनियन से जुडे़ लोगो का आई.आर. रोका जा रहा है।