पटना। बिहार के बागी मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को शनिवार को जदयू से बर्खास्त कर दिया गया है और नीतीश कुमार को विधायक दल का नया नेता चुना गया है। इससे पहले मांझी ने बिहार के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी से राज्य विधानसभा भंग करने की अपील की थी। राज्य वित्तमंत्री बिजेंद्र यादव सिंह के मुताबिक मांझी ने कैबिनेट बैठक में बिहार विधानसभा को भंग करने का प्रस्ताव रखा था, जिसका सात मंत्रियों ने समर्थन किया था जबकि 21 मंत्रियों ने विरोध किया था। बैठक मे नीतीश और मांझी समर्थक आपस में भिड़ पड़े। वहीं, नीतीश समर्थक मंत्री राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। 

बिहार के पूर्व सीएम और जदयू नेता नीतीश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए जीतन राम मांझी पर गंभीर आरोप लगाए। कुमार ने कहा कि बिहार में सुशासन का बुरा हाल था। राज्य में जो कुछ हो रहा था वह बिल्कुल सही नहीं था। साथ ही उन्होंने भाजपा पर भी गंदी सियासत करने को लेकर निशाना साधा। कुमार ने कहा कि भाजपा ने जो गंदा खेल खेला है बिल्कुल सही नहीं है। उसकी वजह से ही राज्य में ये हालात पैदा हुए हैं। 

बिहार के राज्यपाल ने मांझी की पीके शाही और राजीव रंजन लल्लन को मंत्री पद से हटाने की सिफारिश मंजूर कर ली थी। मांझी ने राज्यपाल से इन दो मंत्रियों को हटाने की सिफारिश की थी। जो कि नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं।