आतंकी जकारिया मोसावी का सनसनीखेज दावा

न्यूयार्क। सऊदी अरब के शाही परिवार से अमरीका की बढ़ती नजदीकियों के बीच आतंकी संगठन अल कायदा ने सनसनीखेज दावा किया है। अमरीका पर 9/11 हमले का साजिशकर्ता जकारिया मोसावी ने अक्टूबर में पीडितों के वकीलों के सामने गवाही दी कि हमले में सऊदी अरब के शीर्ष अधिकारियों (सऊदी शाही परिवार के कुछ सदस्य भी शामिल हैं) ने अल कायदा को 9/11 हमले के लिए वित्तीय मदद दी थी। पीडितों ने सऊदी के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। हालांकि, सऊदी की ओर से इस मुकदमे को खत्म किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं हमले के पीडितों के वकीलों का दावा है कि उनके पास नया सबूत है, जिसमें सऊदी एजेंटों ने हाईजैकरों को सीधे तौर पर व जानबूझकर मदद मुहैया करवाई। उधर, सऊदी अरब के दूतावास ने मोसावी के दावे को खारिज कर दिया। हाल ही में सऊदी अरब के शाही परिवार के बादशाह की मौत पर शोक प्रकट करने के लिए अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा गए थे।

मोसावी ने गवाही दी कि उसने अल कायदा को दान देने वालों का डाटाबेस तैयार किया है, जिसमें सऊदी शाही परिवार के सदस्य शामिल हैं। जैसे पूर्व खुफिया चीफ प्रिंस टुक अल फैजल और प्रिंस बेंदर बिन सुलतान जोकि अमरीका में साल 2005 तक 22 साल के लिए सऊदी के राजदूत रहे हैं। बीबीसी के अनुसार, मोसावी ने कहा कि प्रिंस टुर्की अल फैजल समेत सऊदी के शीर्ष अधिकारी 1990 से ही अल कायदा को मिलियन डॉलर की रकम दान में दे रहे हैं। मोसावी ने यह भी दावा किया है कि वह उस साजिश में शामिल था, जिसमें एक बोइंग 747 व्हाइट हाउस में ले जाकर धमाका करना था। उसे सऊदी के एक शीर्ष अधिकारी के साथ अमरीका की यात्रा करनी थी और फि र एक ऎसे जगह की तलाश करना था जहां से एयरफोर्स वन पर स्टिंगर मिसाइल के जरिये हमला किया जा सके।

गौर हो कि मोसावी को इमीग्रेशन नियमों के तहत 2001 में गिरफ्तार किया गया था। उस समय मिनिसोटा फ्लाइट स्कूल के कर्मचारियों ने यह सूचना दी थी कि वह (मोसावी) बिना किसी पायलट लाइसेंस के बोइंग 747 को उड़ाना सीखना चाहता है। उसे 11 सितंबर को हिरासत में लिया गया और फिर अप्रेल, 2005 में अमरीकी नागरिकों को मारने के लिए हाईजैकरों के साथ साजिश करने के जुर्म में दोषी ठहराया गया। मोसावी फिलहाल अमरीका की एक जेल में बंद है। मोसावी न्यूयॉर्क हमलों की साजिश रचने के अभियोग में कोलारेडो की जेल में बंद हैं।