लखनऊ:निदेशक, कौशल विकास मिशन, रितू महेश्वरी ने बताया कि उत्तर प्रदेश देश का ऐसा प्रथम राज्य है, जहां केन्द्र और राज्य सहायतित 6 योजनाओं यथा स्किल डेवलेपमेंट इनीशिएटिव योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, स्पेशल सेन्ट्रल एसिस्टेंस टू शेड्यूल्ड कास्ट सब, मल्टी सेक्टोरल डेवलेपमेंट प्लान (जन कल्याण योजना), बार्डर एरिया डेवलेपमेंट प्रोग्राम और बिल्डिंग एण्ड अदर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को एकीकृत रूप से मानकीकृत व्यवस्था के तहत संचालित करके आने वाले वर्षांे में प्रदेश के लाखों युवाओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के संचालन में किसी प्रकार का वित्तीय व्यवधान उत्पन्न न हो सके इसके लिए स्टेट स्किल डेवलेपमेंट फेड की भी स्थापना की गई है।

उन्होंने  बताया कि केन्द्र सहायतित एवं प्रदेश सरकार की उक्त समस्त योजनाओं की कार्य योजनाओं को अथक परिश्रम के द्वारा दिसम्बर, 2014 तक मिशन  द्वारा संबंधित विभागों से स्वीकृत कराये जाने में सफलता प्राप्त हुई है, जो एक बड़ी उपलब्धि है। समस्त योजनाओं  में लाभार्थियों को प्रशिक्षण देना प्रारम्भ कर दिया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करने के लिए मिशन द्वारा 98 निजी प्रशिक्षण प्रदाता और 02 राजकीय प्रशिक्षण प्रदाता आबद्ध किए गये हैं। इन प्रशिक्षण प्रदाताओं द्वारा प्रदेश के समस्त जनपदों में तहसील स्तर पर लगभग 1200 प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित कराकर प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। प्रशिक्षण केन्द्रों से माह दिसम्बर, 2014 तक 105000 लाभार्थियों को प्रवेश देकर प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। अभी तक लगभग 36 हजार युवाओं ने प्रशिक्षण पूर्ण कर अपना मूल्यांकन भी करा लिया है।

निदेशक ने बताया कि स्थानीय उद्योगों में परम्परागत रूप से कार्य कर रहे कामगारों को कौशल प्रशिक्षण देकर विधिवत हुनरमंद बनाने हेतु टाटा इंस्टीट्यूट आॅफ सोशल साइन्सेज, मुम्बई के द्वारा लखनऊ में चिकनकारी, वाराणसी में सिल्क उद्योग और मेरठ में खेल की सामग्री के उद्योग में स्किल गैप एनालिसिस के उपरान्त, इन उद्योगों में प्रशिक्षण देने के लिए पाठ्यक्रम निर्माण का कार्य भी प्रारम्भ हो चुका है। इससे प्रदेश के परम्परागत कुटीर उद्योगों में भी कुशल कारीगर उपलब्ध हो सकेंगे। 

उन्होंने बताया कि लाभार्थियों को प्रशिक्षण दिलाकर उन्हे सेवायोजित करने के लिए मिशन द्वारा लगातार निजी प्रशिक्षण प्रदाताओं और इंडस्ट्री एवं इंडस्ट्री एसोसिएशन के साथ मीटिंग कराकर लाभाथियों के सेवायोजन का प्रयास किया जा रहा है। मिशन के फ्लैक्सी एम0ओ0यू0 के माध्यम से आबद्ध रेमण्ड कम्पनी के सफल प्रशिक्षण कार्यक्रम ने कई बड़ी और प्रतिष्ठित औद्योगिक इकाईयों यथा कैफे काफी डे बैग्लूरू, फ्यूचर कार्पोंरेट लि0 मुम्बई, श्री लक्ष्मी काॅटसिन कानपुर, टी0एन0एस0 नोएडा, जी0 फोर एस0 गुड़गांव, सुपर हाउस कानपुर, कार्वी डेटा मैंनेजमेंट सर्विसेज लि0, वोकार्ट लि0 और जायकाम इलेक्ट्रानिक सिक्योरिटी सिस्टम मुम्बई को मिशन के साथ प्रशिक्षण प्रदाता के रूप में आबद्ध होकर प्रदेश की प्रगति में योगदान करने के लिए पे्ररित किया है। मिशन ने इस प्रकार आबद्ध औद्योगिक इकाईयों के द्वारा संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रमों से आगामी 5 वर्षों में लगभग 60000 युवाओं को हुनरमंद बनाकर सेवायोजित करने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। 12 जनवरी, 2014 को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की उपस्थिति में उक्त इन्डस्ट्रीज के साथ एम0ओ0यू0 हस्तांसरित किया गया।