लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि आगरा व अलीगढ़ में धर्मान्तरण के मुद्दे पर उ0प्र0 अल्पसंख्यक आयोग की गई संस्तुतियों के आधार पर कार्यवाही हो। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि खुफिया तंत्र की निष्क्रियता के कारण राज्य में घट रही घटनाओं पर राज्य सरकार नियंत्रण क्यों नहीं कर पा रही है।

मंगलवार के उ0प्र0 अल्पसंख्यक आयोग की आगरा, अलीगढ़ में कथित धर्मान्तरण प्रकरणों की जांच रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए  प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि आयोग की टीम की संस्तुतियों में खुफिया विभाग की लापरवाही को बड़ा कारण माना गया है। स्वाभाविक है खुफिया विभाग की लापरवाही के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सीधे जिम्मेदार है। जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की आयोग टीम की संस्तुति भी उसी प्रकार की किन्तु जब आयोग के अध्यक्ष मिडिया से रूबरू होते है तो ठिकरा भाजपा के सिर।

उन्होंने कहा कि राज्य के लचर प्रशासनिक व्यवस्था के कारण तंत्र पंगु हो गया है, मुख्यमंत्री की कार्यशैली के कारण लगातार राज्य में गम्भीर घटनाएं घटित हो रही। कानून विरोधी कार्य करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही हो, इस बात की वकालत तो लगातार पार्टी करती रही है, अल्पसंख्यक आयोग ने भी कहा है। जाति, मजहब एवं प्रभाव के आधार कार्यवाही करती अखिलेश सरकार राज्य में कानून का राज स्थापित ही नहीं कर पा रही है।

श्री पाठक ने कहा कि खुफिया तंत्र को राज्य में सक्रिय किये जाने की आवश्यकता हैं। इस बात पर बार-बार जोर दिया जा रहा है, अब आयोग ने भी इसे सृद्धढ़ किये जाने की वकालत की। सरकार अपने द्वारा ही गठित आयोग की संस्तुति के दृष्टिगत रखते काम करें। आयोग की त्वरित और निष्पक्ष कार्यवाही की संस्तुति से स्पष्ट हो गया है कि अखिलेश सरकार में निष्पक्ष कार्यवाही नहीं हो रही हैं।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि लगातार अखिलेश राज्य में अपनी नाकामी का ठिकरा भाजपा फोडने का काम हो रहा है, एक ओर खुफिया तंत्र की नाकामी की बात कही जाती है वही जब राजनैतिक बयानबाजी की जाती है तो इसे भाजपा की साजिश बता दिया जाता है। आयोग की संस्तुतियों से  स्पष्ट है कि घटनाओं का सियासी फायदा कौन उठा रहा हैं ?