लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश  अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि दूसरे पर आरोप गढ़ने से पहले सपा मुखिया को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। चौ. चरण सिंह कुशल प्रशासक होने के साथ साथ निष्पक्ष ईमानदार तथा भ्रष्टाचार के घोर विरोधी थे और चौ.  अजित सिंह भी उन्हीं के पद चिन्हों पर चल रहे हैं इसलिए जो पार्टी भ्रष्टाचार में आकण्ड डूबी हो उसका समर्थन करने का प्रष्न ही नहीं उठता। उन्होंने आगे कहा कि सपा मुखिया द्वारा बार बार यह स्वीकार किया जाना कि सूबे के मंत्री, विधायक तथा अफसर लूट घसोट में लगे हुये हैं, साबित करता है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री लक्ष्य हीन तथा अनुभवन हीन होने के कारण प्रदेष की बागडोर सम्भांलने में नाकाम साबित हो चुके है। 

चौहान ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल पहले से ही कई बार जनता की आवाज बनकर कहता चला आ रहा है कि सपा सरकार प्रदेश को चलाने नाकाम साबित हो चुकी है इसलिए सूबे के मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र दे देना चाहिए। उन्होेंने कहा कि सपा सरकार ने अपने अब तक के कार्यकाल में युवाओं, किसानों, मजदूरों पिछड़ों तथा अकलियत समाज के लिए कागजों पर योजनाएं तो क्रियान्वित की परन्तु योजनाओं के लिए जो धन आवंटित किया गया उसको सरकार के मंत्री, विधायक तथा भ्रष्ट अफसर डकार गये। 

चौहान ने प्रदेश  सरकार को मशविरा  देते हुये कहा कि दूसरे की बुद्वि का परीक्षण करने के बजाय अगर प्रदेश  में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म करने, शान्ति तथा अमन चैन कायम करने, किसानों को उनका वाजिब हक दिलाने के लिए कार्ययोजना बनायें तो प्रदेश  विकास के पथ पर अग्रसर हो सके।