वॉशिंगटन। लुइसियाना के गर्वनर बॉबी जिंदल का कहना है कि चार दशक पहले उनके माता-पिता भारत से अमरीका में अमरीकी बनने आए थे, ना कि भारतीय-अमरीकी। उन्होंने कहा कि वे टुकड़ों में बंटी पहचान पर विश्वास नहीं रखते हैं। बॉबी का कहना है कि वे पूरी तरह से अमरीकी हैं। बॉबी ने अपनी भारतीय पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए अन्य प्रवासियों से यहां की सभ्यता के साथ घुलमिल जाने का आ±वान किया। 

जिंदल ने एक तैयार भाषण में कहा कि मेरे माता-पिता अमरीका सपने की खोज में आए थे और उन्होंने उसे पूरा किया। उनके लिए अमरीका सिर्फ एक जगह नहीं थी, वह एक विचार था। मेरे माता-पिता ने मेरे भाई और मुझसे कहा था कि हम अमरीकी बनने आए हैं। भारतीय-अमरीकी नहीं, सिर्फ अमरीकी।

जिंदल अगले सप्ताह यह भाषण देंगे, लेकिन उसके कुछ अंश ही फिलहाल जारी किए गए हैं। जिंदल किसी अमरीकी राज्य के पहले भारतीय-अमरीकी गवर्नर हैं और वह सोमवार को लंदन में हेनरी जैकसन सोसाइटी को संबोधित करेंगे।