नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल(आरजेडी) प्रमुख और पूर्व केन्द्रीय मंत्री लालू प्रसाद यादव को आखिरकार दिल्ली में अपना सरकारी बंगला छोड़ना पड़ा। लालू को 12 साल से तुगलक रोड पर 25 नंबर बंगला मिला हुआ था। टाइप-3 ये बंगला उन्हें 2002 में अलॉट किया गया था, उस समय वे राज्य सभा सदस्य थे। अब यह बंगला लोकसभा के उपाध्यक्ष एम थम्बीदुराई को आवंटित किया गया है। 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह बंगला उस समय राज्य सभा के लिए आवंटित किया गया था लेकिन मई 2004 में इसे वापिस रेगुलर श्रेणी में डाल दिया गया। चारा घोटाले में दोषी पाए जाने के बाद नवंबर 2013 में बंगले का आवंटन रद्द कर दिया गया था। लेकिन उन्होंने ब ंगला नहीं छोड़ा और इसे बरकरार रखने के लिए सरकार से अपील करते रहे। फरवरी 2014 में अक्टूबर तक के लिए उन्हें फिर ये बंगला दे दिया गया था। 

लालू ने तत्कालीन यूपीए सरकार को इस बंगले में रहने की अनुमति देने के लिए स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया था। साथ ही बताया कि उनके पोते-पोतियां भी दिल्ली में पढ़ाई कर रहे हैं। लेकिन केन्द्र में सरकार बदलने के बाद भाजपानीत एनडीए सरकार ने उन्हें बंगला खाली करने को कहा। इसके बाद मामला लिटीगेशन विभाग में चला गया। नवंबर 2014 में उन्हें मकान छोड़ने का आदेश दिया गया, जिस पर उन्होंने 13 जनवरी को बंगला खाली कर दिया।