नेक कार्यों के साथ अच्छे स्वभाव वाले का इस्लाम में अत्यधिक महत्व है: शहाबउ्दीन खान

लखनऊ: पवित्र कुरआन की सूरा कलम में अल्लाह पाक ने इख़्लाक़ के महत्व को बयान फऱमाया है और कहा है कि एक रसूल आज एख़्लाक़ (स्वभाव) में बड़े पाक दर्जे पर हैं इसका वर्णन करते हुए जलसा मोहसिने इन्सानियत में वक्ताओं ने रोज़ा नमाज़ से समाज में पवित्रता का वर्णन किया और कहा कि नेक कार्यों के साथ अच्छे स्वभाव वाले का इस्लाम में अत्यधिक महत्व है इस अवसर पर सुन्नी बोर्ड ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष शहाबउद्दीन खान ने अपने विचार पेश किये और समाज में शान्ति, प्रेम एवं सर्वधर्म सद्भाव के लिये अनेकता में एकता के महत्व पर प्रकाश डाला। निज़ामबाग़ में होने वाले वार्षिक जलसा सीरतुन्नबी व सीरते सहाबा में वक्ताओं ने अल्लाह के अन्तिम पैग़म्बर हजऱत मोहम्मद साहब और उनके सहाबा की शिक्षाओं के महत्व पर प्रकाश डालते हुए पहले तीसरे खलीफ़ा सिद्दीके़ अकबर की सदाक़त (सत्यता) दूसरे ख़लीफ़ा हजऱत उमर फ़ारूक़ की अदालत (न्याय) तीसरे ख़लीफ़ा हजऱत उस्मान की सख़ावत (दरियादिली) तथा चैथे ख़लीफ़ा हजऱत अली की शुजाअत (वीरता) बयान की। कार्यक्रम में शायर मुजीब फतेहपुरी ने रहमत-ए-आलम शीर्षक से नात पढ़ी। बिलालउद्दीन खान, मो कलीम, साजिद क़ारी जुबैर के अलावा मदरसा के बच्चों का तालीमी मुज़ाहिरा हुआ। पाक नबी की पाक बातें, शीर्षक से बच्चों ने गोष्ठी में भाग लिया इस अवसर पर शहबाउ्दीन खान ने बच्चों को इनामात तक़सीम कर उनको बेहतरीन शहरी और अच्छा इन्सान बनने की दुआ दी और कहा कि इस्लाम में अच्छे स्वभाव और बेहतरीन इख़्लाक़ का दर्जा रात भर नमाज़ पढऩे तथा दिन में रोज़ा रखने वाले नेक बन्दों के बराबर है। कार्यक्रम के अन्त में देश में एकता विकास खुशहाली और अमन की दुआ की गई। जला हिसामउद्दीन खान की सरपरस्ती में हआ।