नई दिल्ली:
देश के नए राष्ट्रपति के लिए अगले महीने होने वाले चुनाव में यशवंत सिन्हा संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार होंगे। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने विपक्ष की बैठक के बाद इस बात की घोषणा की. यशवंत सिन्हा 27 जून को अपना नामांकन दाखिल करेंगे।

आज विपक्ष की बैठक में शामिल होने से पहले यशवंत सिन्हा ने अंग्रेजी में ट्वीट कर कहा कि टीएमसी में उन्होंने मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा दी, उसके लिए मैं ममता बनर्जी का आभारी हूं। अब एक समय आ गया है, जब एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से हटकर विपक्षी एकता के लिए काम करना चाहिए। मुझे यकीन है कि पार्टी मेरे इस कदम को स्वीकार करेगी।

बता दें कि विपक्षी दलों की पिछली बैठक में एनसीपी प्रमुख शरद पवार का नाम भी तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी की ओर से प्रस्तावित किया गया था, लेकिन पवार ने दावेदारी स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्लाह का नाम सामने आया था, इसके अलावा गोपाल कृष्ण गांधी का नाम भी आया था।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि यशवंत सिन्हा की उम्मीदवारी को आगे बढ़ाने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। वरिष्ठ कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम चाहते हैं कि ऐसा प्रत्याशी सामने रखा जाए जो लोकतंत्र की रक्षा कर सके। खड़गे ने आरोप लगाया कि सरकार ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए आम सहमति बनाने का कोई गंभीर प्रयास नहीं किया।

बता दें कि राष्ट्रपति कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है और 25 जुलाई को देश के नए (16वें) राष्ट्रपति को शपथ लेनी है। चुनाव आयोग के मुताबिक अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 15 जुलाई को नामांकन दाखिल किए जाएंगे। 18 जुलाई को मतदान होगा जबकि 21 जुलाई को मतगणना होगी।