पंजाब व छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शहीद किसानों व पत्रकार के परिजनों को 50-50 लाख रुपया की सहायता राशि की घोषणा सराहनीय कदम

लखनऊ: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी और यूपी की प्रभारी महासचिव प्रियंका गाँधी को लखीमपुर जाने की इजाज़त मिलने को कांग्रेस ने लोकतंत्र की जीत और अहंकारी सरकार की हार बताया है। पूर्व मंत्री और यूपीसीसी मीडिया विभाग के चेयरमैन नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा है कि योगी सरकार का अहंकार प्रियंका गांधी व राहुल गांधी के सत्याग्रह के आगे ध्वस्त हो गया। उत्तर प्रदेश में संविधान नही संघ प्रतिपादित योगी शासन ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है, लेकिन प्रियंका गांधी के नेतृत्व में काँग्रेस ने उम्भा के आदिवासी नरसंहार से लेकर उन्नाव, हाथरस से लेकर लखीमपुर तक आम जनता की आवाज को मुखरता से उठाकर पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिये समझौताहीन संघर्ष किया है जो लखीमपुर में नई ऊंचाई तक पहुँचा है।

नसीमुद्दीन सिद्दीकी की ओर से जारी प्रेस बयान में लखनऊ एयरपोर्ट पर पंजाब व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों और राहुल गाँधी को रोके जाने की कड़ी निंदा की गयी है। उन्होंने कहा कि किसानों और पत्रकार को गाड़ी से कुचलकर शहीद कर देने वाली सरकार में मानवता का कोई अंश नहीं है। किसानों पर गाड़ी चढ़ाने वाला नेता पुत्र नामजद मुकदमे के बावजूद खुलेआम घूम रहा है। केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने खुलेआम किसानों को दो मिनट में ठीक करने की धमकी दी थी जिसे उनके पुत्र और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किसानों को कुचलकर अंजाम देने की कोशिश की। लेकिन वे भूल गये कि योगी-मोदी सरकार के हर जनविरोधी कदम का भरपूर जवाब देने के लिए कांग्रेस मुस्तैद है।

लखीमपुर जाने के लिए निकले प्रियंका गांधी वाड्रा व सांसद दीपेंदर सिंह हुड्डा एवं पूर्व विधायक और उत्तर प्रदेश कांग्रेस के सहप्रभारी धीरज गुर्जर सहित अनेकों कांग्रेस जनों को अवैध हिरासत में लेना व अन्य को घरों में नजरबंद करना योगी सरकार की क्रूर मानसिकता का सबूत है। उन्होंने कहा कि किसानों को रौंदने के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश था, लेकिन प्रधानमंत्री लखीमपुर न जाकर उत्सव मनाने लखनऊ आये थे।

श्री सिद्दीकी ने कहा कि तानाशाह सरकार से कांग्रेस पार्टी डरने वाली नहीं है। प्रियंका गांधी के सत्याग्रह ने अहंकार के विरुद्ध संघर्ष को नयी ऊर्जा देने के साथ अन्याय का प्रतिकार करने का मार्ग प्रशस्त किया है। उंन्होने कहा कि पंजाब व छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शहीद किसानों व पत्रकार के परिजनों को 50-50 लाख रुपया की सहायता राशि की घोषणा सराहनीय कदम है। प्रियंका गाँधी के सत्याग्रह ने सरकार को मजबूर किया कि शहीद किसानों के परिजनों से मिलने देने के लिये अवैध हिरासत खत्म करे।

श्री सिद्दीकी ने कहा कि न्याय युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ है। जब तक केंद्रीय गृह राज्यमंत्री की बर्खास्तगी व नरसंहार के दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा।