टीम इंस्टेंटखबर
लखीमपुर खीरी में मंत्री पुत्र की गाड़ी से सिर्फ चार किसान ही नहीं एक पत्रकार भी रौंदा गया था लेकिन उसके परिवार की सुध कोई लेने वाला नहीं था. यहाँ तक टिकैत और सरकार के बीच हुए समझौते में भी सिर्फ मरने वाले किसानों के परिवारों मुआवज़ा और नौकरी देने की घोषणा की गयी थी. मगर भला हो पंजाब और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों का जिन्होंने उस पत्रकार के परिवार की भी परवाह की और मरने वाले किसान परिवारों के साथ पत्रकार के परिजनों के लिए भी 50-50 लाख रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया है।

लखीमपुर खीरी जाने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ बुधवार को लखनऊ पहुंचे पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने संवाददाताओं से कहा कि जिन किसानों की हत्या की गई है, पंजाब सरकार उनके साथ है। हमारी सरकार लखीमपुर में शहीद हुए चार किसानों और स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप के परिजन को 50-50 लाख रुपए देगी।

चन्नी के साथ लखनऊ पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी लखीमपुर खीरी हिंसा में मरे चार किसानों और एक पत्रकार के परिजन को 50-50 लाख रुपए की सहायता देने का ऐलान किया है। पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा, ‘‘जिस तरह जलियांवाला बाग में जनरल डायर ने गोलियां चला कर बेकसूर लोगों को मारा था, उसी तरीके से सत्तारूढ़ भाजपा ने लोकतांत्रिक व्यवस्था का मजाक उड़ाया है।

बघेल ने कहा कि लखीमपुर में जो हृदय विदारक घटना घटी, उससे पूरा देश दहल गया है। सारे किसान आक्रोशित हैं और उन पीड़ित परिवारों के साथ पूरा देश खड़ा है। गौरतलब है कि पिछले रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।