लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी आरोप लगाया है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार में लगातार सच छुपाया जा रहा है और जनता को गुमराह किया जा रहा है। आगरा में कोरोना माहमारी की स्थिति बेहद गंभीर है।

गौरतलब है कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी जी ने ट्वीट करके लिखा है कि ’आगरा में कोरोना से मृत्युदर दिल्ली व मुंबई से भी अधिक है। यहाँ कोरोना से जान गंवाने वाले 79 मरीजों में से कुल 35 %यानि 28 लोगों की मौत अस्पताल में भर्ती होने के 48 घण्टे के अंदर हुई है।

‘आगरा मॉडल’ का झूठ फैलाकर इन विषम परिस्थितियों में धकेलने के जिम्मेदार कौन हैं?’

मुख्यमंत्री जी 48 घंटे के भीतर जनता को इसका स्पष्टीकरण दें और कोविड मरीजों की स्थिति और संख्या में की जा रही हेराफेरी पर जवाबदेही बनाएँ।’

जारी बयान में प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आगरा मॉडल का ढिंढोरा पीटने वाली योगी आदित्यनाथ की सरकार कोरोना माहमारी के आंकड़े का सच छुपा रही है। जबकि आगरा को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। इसके पहले भी आगरा के महापौर नवीन जैन ने 21 अप्रैल को पत्र लिखकर योगी आदित्यनाथ से प्रार्थना की थी कि आगरा को बुहान बनने से बचा लीजिए।

उन्होंने कहा कि इसके पहले आगरा जिले का क्वरंटाइन सेंटर का एक दिल दहला देने वाला अमानवीय वीडियो सामने आया था जिसमें पानी की बोतल और बिस्कुट फेंका जा रहा था। इलाज की व्यवस्था बदतर रही है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता की कठिनाईयों को नजरअंदाज करना यूपी की भाजपा सरकार की आदत सी बन चुकी है। आगरा में संक्रमण से हो रहे लगातार मृत्यु पर सरकार तनिक भी गंभीर नहीं है। यह सोच जनता विरोधी नीति को दर्शाती है।