लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने अयोध्या में श्री राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा भूमि खरीद में चंदे के धन का दुरुपयोग और घोटाला आस्था का अपमान है, उन्होंने कहा कि 2 करोड़ रुपये मूल्य की भूमि 18.50 करोड़ रुपये में ट्रस्ट द्वारा खरीदने के मामले की सीबीआई व ईडी द्वारा जांच कराने की मांग करते हुए कहा कि जिस संस्था से श्री नृपेंद्र मिश्रा व एसीएस अवनीश अवस्थी जैसे पीएम व सीएम के नजदीकी लोग जुड़े हो और 16.50 लाख करोड़ का घोटाला हो जाये तो जनता जानना चाहती है कि यह घोटाला कैसे हो गया? उन्होंने कहा कि जमीन के जिस तरह के तथ्य सामने आ रहे है पूरे प्रकरण पर जिस तरह सवाल खड़े हुए, भूमि प्रकरण में जिस तरह जनता द्वारा दिये गए धन का घोटाला हुआ है उसमें बड़ा सवाल यह भी है कि ट्रस्ट के ट्रस्टी श्री अनिल मिश्रा व अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय की भूमिका रजिस्ट्री व एग्रीमेंट में गवाह के तौर पर होने के अतिरिक्त पर्दे के पीछे की भूमिका संदिग्ध है व सुल्तान अंसारी ने किस अधिकार से कैसे ट्रस्ट से भूमि का सौदा कर लिया। जिस तरह प्रकरण में तथ्य सामने आ रहे है यह पूरी तरह जनता के धन का बड़ा घोटाला है इसके लिये भाजपा और देश के पीएम व सीएम को सामने आकर जवाब देना पड़ेगा।

अयोध्या में श्री राम मंदिर ट्रस्ट में हुए घोटाले के विरोध में आज महिला कांग्रेस द्वारा चंदा चोर, गद्दी छोड़ के नारे के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर जबरदस्त धरना प्रदर्शन करने के दौरान पुलिस द्वारा महिलाओं पर बर्बरता पूर्वक लाठी चलाने, महिला कार्यकर्ताओ को रस्सी से बांधकर घसीटने व उनकी गिरफ्तारी को लोकतंत्र पर हमला बताते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू ने कहा की अयोध्या के जमीन घोटाले में भाजपा का चेहरा बेनकाब हो गया है जिससे बौखलाकर उसने महिलाओं पर लाठी डंडे चलवाकर उनकी गिरफ्तारी करायी यह उसकी बौखलाहट का जीता जागता सबूत है कि घोटाला सामने आने से भाजपा पूरी तरह बौखलाकर आवाज को दबाना चाहती है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि चंदे का हिसाब और सवालों का जवाब भाजपा और देश के प्रधानमंत्री व राज्य के मुख्यमंत्री को देना ही होगा को देना होगा उन्होंने कहा कि धार्मिक आस्थाओं के साथ लगातार खिलवाड़ करती रही भाजपा व देश के पीएम व सीएम का चेहरा पूरी तरह बेनकाब हुआ है दोनो लोगो के नजदीकी नौकरशाह अयोध्या मंदिर निर्माण व उसके ट्रस्ट से जुड़े हुए है,चंदे के धन के साथ साथ जमीन के खुलते रहस्य भी यह बता रहे है कि पूरे मामले में गबन घोटाले का पूर्व नियोजित षड्यंत्र रचा गया था जिसकी कलई खुल गयी