लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करके योगी आदित्यनाथ की सरकार की करतूतों को उजागर किया। प्रेस वार्ता में कांग्रेस ने कहा कि योगी सरकार देश निर्माता मजदूर भाई-बहनों को लाना ही नहीं चाहती थी इसलिए तरह तरह की शर्तें और बहानेबाजियां कर रही थी। कांफ्रेंस में नेताओं ने कहा कि यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की गैरकानूनी गिरफ्तारी और श्री संदीप सिंह पर फर्जी मुकदमें निंदनीय है, पूरी पार्टी की एकजुटता नेताओं के साथ है। यह हमारे लिए कठिन घड़ी है लेकिन हम जनसेवा की प्रतिबद्धता से एक इंच भी पीछे नहीं होंगे।

प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए विधायक दल नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि योगी सरकार को हमने एक हजार से अधिक वाहनों की सूची भेजी थी। लेकिन योगी सरकार की मंशा देश निर्माता श्रमिकों लाने की नहीं थी इसलिए बहानेबाजी कर रही थी। उन्होंने कहा कि मैं यह बात पूरी जवाबदेही और जिम्मेदारी के साथ कह रही हूँ कि भेजी वाहनों की लिस्ट में 1032 बसें हैं। हमने एक-एक नम्बर दोबारा चेक किया है। उन्होंने कहा कि आदित्यनाथ की सरकार से प्रदेश के मजदूरों, श्रमिक भाइयों के साथ छल किया है। प्रदेश की जनता इन्हें माफ नहीं करेगी। उन्होने कहा कि भाजपा को न प्रवासी मजदूरों से मतलब है और न छात्रों से मतलब है। भाजपा अब अमानवीय राजनीति बन्द करे और प्रदेशवासियों की एवं प्रवासी मजूदरों की तकलीफ, दुःख-दर्द पर जो मर्मान्तक पीड़ा झेल रहे हैं उस पर ध्यान दे।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष (पूर्वी जोन) श्री बीरेंद्र चैधरी ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा सूबे के उप मुख्यमंत्री श्री दिनेश शर्मा जी पेशे से शिक्षक हैं। उन्हें झूठ बोलना शोभा नहीं देता है। योगी आदित्यनाथ जी के कहने पर तो कत्तई झूठ नहीं बोलना चाहिए। श्री बीरेंद्र चैधरी ने कहा कि परिवहन निगम उत्तर प्रदेश के प्रबंध निदेशक डॉ राजशेखर ने पत्र लिखकर व्यय का विवरण मांगा था ताकि औचित्यपूर्ण भुगतान हो सके।

उन्होंने कहा कि राज्यों के बीच में इस तरह के लेन देन होते रहे हैं। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ राजशेखर के दो पत्र जो कि 18 अप्रैल और 27 अप्रैल को लिखे गए थे, को दिखाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी के मंत्री और मुख्यमंत्री रोज रोज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जनता का ध्यान भटकाना चाहते हैं लेकिन जनता के सामने योगी सरकार का गरीब विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है।

यूपी अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन श्री शाहनवाज आलम ने कहा कि इस महामारी में कांग्रेस पार्टी लोगों की सेवा कर रही है। हम 67 लाख लोगों तक मदद पहुंचाएं हैं। 40 जगहों पर हाइवे पर खाना, नाश्ता, गुड़ बांटा जा रहा है। 22 जिलों में साझी रसोईघर चल रही है। इस आपदा में हम अपनी पूरी शक्ति लगाकर जनसेवा कर रहे हैं। लेकिन भाजपा को यह सेवा का कार्य खटक रहा है।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने मायावती जी को अपना अघोषित प्रवक्ता बना लिया है। वह सुबह शाम बस भाजपा को डिफेंड करती हैं। शाहनवाज आलम ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि लॉक डाउन में दलित समाज के ऊपर हमले बढ़े हैं लेकिन मायावती जी का एक बार भी मुंह नहीं खुलता है। दलित और वंचित समाज के लोग जान गए हैं कि हाथी किसका साथी है?