बर्कशर हाथवे के फाउंडर वॉरेन बफे शेयर बाजार के दिग्गज निवेशकों में शामिल हैं. वह अरबपति कारोबारी भी हैं. यहीं नहीं उन्हें लीडिंग इकोनॉमिक इंडिकेटर के रूप में भी जाना जाता है. यानी निवेश करना या बिकवाली करने जैसा उनका फैसला आने वाले दिनों में अर्थव्यवस्था को लेकर भी संकेत देता है. कोविड 19 के दौर में बॉरेन बफे ने शेयर बाजार में जमकर बिकवाली की. जिससे बाजार को हैरानी हुई. लेकिन अब एक बार जब फिर अर्थव्यवस्था रिकवरी मोड में है तो बॉरेन बफे फिर से खरीददारी के मोड में आ गए हैं. उन्हें शेयर बाजार एक बार फिर भाने लगा है.

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी कंपनी बर्कशर हाथवे ने कोविड 19 क्राइसिस में कुल 1300 करोड़ डॉलर के शेयर बेच डाले. कंपनी की ओर से करीब 600 करोड़ डॉलर के शेयर सिर्फ अप्रैल में बेचे गए थे. पिछले दिनों एजीएम में भी बताया गया था कि कंपनी ने कुछ कंपनियों में अपनी होल्डिंग कम की थी. ऐसी खबरें चर्चा बनी थीं कि इस साल बॉरेन बफे को अच्दे शेयर की तलाश है, खत्म नहीं हो रही है. लेकिन अब बाजार के निवेशक यह देखकर काफी राहत महसूस करेंगे कि उनकी कंपनी खरीददारी के मोड में वापस आ गई है.

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार देर रात एक फाइलिंग से पता चला कि बर्कशायर हैथवे हाल में दिग्गज अमेरिकी फार्मा कंपनियों के शेयर खरीद रही है. इसमें एबीवीई इंक, ब्रिस्टल-मायर्स स्क्विब कंपनी, मर्क एंड कंपनी और फाइजर इंक शामिल हैं. इसके अलावा बर्कशर हाथवे ने टी-मोबाइल यूएस में भी हिस्सेदारी खरीदी है. बर्कशर ने इन कंपनियों के शेयर खरीदने में 480 करोड़ डॉलर खर्च किए हैं. वहीं अपने खुद के शेयर खरीदने पर 900 करोड़ डॉलर का अतिरिक्त खर्च किया है.