पंजाब के अजनाला में गुरुवार को खालिस्तानी समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ ने खूब बवाल मचाया. दो साथियों की गिरफ्तारी पर संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने सैकड़ों समर्थकों के साथ तलवार, लाठी और डंडों के साथ पुलिस थाने पर हमला बोल दिया. बवाली पांच घंटे तक थाने पर कब्जा किए रहे. उपद्रव में छह पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं.

इससे पहले खुद को स्वयंभू सिख धर्मगुरु कहने वाले अमृतपाल सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह को धमकी दी थी. बाद में बवाल होने पर अमृतपाल ने अपना बयान तोड़ मोड़कर पेश किए जाने का आरोप लगाकर खुद की हत्या किए जाने का डर जताया था. गुरुवार को अजनाला में बवाल से पहले अमृतपाल ने पंजाब पुलिस को भी चैलेंज किया था और ये ऐलान कर दिया था कि जब तक साथियों पर दर्ज मुकदमे वापस नहीं होंगे तब तक वह शांत नहीं बैठेगा.

‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का प्रमुख अमृतपाल सिंह, अमृतसर जिले के जल्लूपुर खेड़ा गांव का रहने वाला है. वह 2012 में दुबई चला गया था, लेकिन कुछ दिन बाद फिर लौट आया था. इसके बाद वह खालिस्तानी समर्थक दीप सिद्धू के संगठन वारिस पंजाब से जुड़ा. दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा में अमृतपाल सिंह को भी आरोपी बनाया गया था. वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख प सिद्धू की हादसे में मौत होने के बाद वह ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख बन गया था.

अमृतपाल सिंह ने गत 19 फरवरी को पंजाब के जिला मोगा में गृह मंत्री अमित शाह को धमकी दी थी. उसने कहा था कि ‘इंदिरा ने दबाने की कोशिश की, क्या हश्र हुआ? अब अमित शाह अपनी इच्छा पूरी कर सकते हैं और देख लें’ हालांकि इसके अगले ही दिन उसने सफाई दी और अपना बयान तोड़-मरोड़कर पेश किए जाने का आरोप लगाया. अमृतपाल ने कहा था कि – ‘मैंने गृह मंत्री को किसी तरह की धमकी नहीं दी, अमित शाह ने मुझे धमकी दी है. एजेंसियां मेरा कत्ल करवाना चाहती हैं.’

वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह खुफिया एजेंसियों की रडार पर है. आरोप है कि अमृतपाल खालिस्तानी मूवमेंट को बढ़ावा दे रहे हैं. पिछले दिनों पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमृतपाल सिंह पर ISI की शह पर काम करने का आरोप लगाया था, कैप्टन ने कहा था कि आईएसआई ने ही अमृतपाल सिंह को दुबई से पंजाब भेजा है, ताकि खालिस्तानी मुद्दे को फिर से भड़काया जा सके. इसके अलावा अमित शाह को धमकी देने के मामले में सफाई देने पर कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा था कि ‘पंजाब को देश से अलग करने की लड़ाई की बात करने वाला आज एक थप्पड़ के पर्चे से डरकर सफाई दे रहा है’