कप्तान हरमनप्रीत कौर की एक गलती से भारत के हाथ में आया हुआ आईसीसी टी20 महिला वर्ल्ड कप के फाइनल टिकट फिसल गया. केपटाउन में खेले गए पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों भारतीय टीम को 5 रनों से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी. अब 26 फरवरी को खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की टक्कर इंग्लैंड या साउथ अफ्रीका से होगी.

सेमीफाइनल में 173 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही थी. टीम ने 3.4 ओवर में 28 रनों पर ही शुरुआती तीन विकेट गंवा दिए थे. इसके बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 34 बॉल पर 52 और जेमिमा रोड्रिग्ज 24 बॉल पर 43 रनों की पारी खेलकर टीम को संभाला.

भारतीय टीम ने 4 विकेट गंवाकर 14.3 ओवर में 133 रन बना दिए थे. हरमन और ऋचा घोष क्रीज पर थीं, तो यहां से लग रहा था कि भारतीय टीम आसानी से मुकाबला जीत लेगी. मगर यहीं से ऑस्ट्रेलिया ने अपनी जीत की कहानी लिखी और अगले 5 ओवर में भारतीय टीम के 4 विकेट चटकाकर पूरी बाजी ही पलट दी.

133 के स्कोर पर भारत की आधी टीम पवेलियन लौट गई थी. हरमन 52 के स्कोर पर रनआउट हुईं. इसके दो रन बाद ही टीम को छठा झटका लगा और ऋचा भी 14 रन पर आउट हुईं. 157 के स्कोर पर स्नेह राणा 7वीं शिकार बनीं. जबकि 162 के स्कोर पर राधा यादव आउट होने वाली 8वीं खिलाड़ी रहीं. इस तरह भारतीय टीम जीता हुआ मैच हार गई.

टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 4 विकेट गंवाकर 172 रन बनाए थे. टीम के लिए बेथ मूनी ने 37 बॉल पर 54 रनों की पारी खेली. जबकि कप्तान मेग लेनिंग ने 49 और एश्ले गार्डनर ने 31 रन बनाए. शिखा पांडे ने 2 विकेट लिए. जबकि दीप्ति शर्मा और राधा यादव को 1-1 सफलता मिली.

173 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए भारतीय टीम 8 विकेट गंवाकर 167 रन ही बना सकी. मुकाबले में भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने ताबड़तोड़ अंदाज में फिफ्टी जमाई. उन्होंने 34 बॉल पर 52 रनों की पारी खेली. जबकि जेमिमा रोड्रिग्ज 24 बॉल पर 43 रन बनाए.

ओवरऑल टी20 रिकॉर्ड देखा जाए, तो उसमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय महिला टीम बेहद कमजोर नजर आती है. दोनों टीमों के बीच अब तक 31 टी20 मैच खेले गए, जिसमें भारतीय टीम को सिर्फ 6 मैचों में ही जीत मिली है. जबकि 23 में उसे हार मिली है. एक मैच बेनतीजा और एक टाई रहा था.