हमीरपुर:
शासन के निर्देश पर जिले के नौ माह से 5 साल तक के 1.50 बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाने के अभियान का बुधवार को शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एके रावत ने कांशीराम कॉलोनी स्थित जूनियर हाईस्कूल से किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि विटामिन की कमी से बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में बाधा आती है। विटामिन की कमी सीधे नहीं उभरती है, लेकिन धीरे धीरे इसका असर दिखाई देता है। बच्चों में नजर के के चश्मे लगना भी विटामिन ए की कमी का एक मुख्य लक्षण है। इसलिए जरूरी है कि विटामिन ए की कमी को दूर किया जाए। इसके लिए जरूरी है कि उनके पोषण पर ध्यान दिया जाए। माता और बच्चों को विटामिन एवं अन्य पोषक तत्वों से युक्त भोजन करना चाहिए क्योंकि स्वस्थ शरीर ही आगे का भविष्य तय करता है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने आगे बताया कि नौ से बारह माह के बच्चों को आधा चम्मच, 13 माह से पांच साल तक के बच्चों को पूरा चम्मच दवा पिलाई जानी है। दवा पिलाने का अभियान आज से शुरू हो गया है और यह पूरे एक माह चलेगा। विटामिन ए की खुराक से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसके लिए छाया वीएचएनडी और यूएचएनडी सत्र में कोविड प्रोटाकाल का पालन करते हुए दवा पिलाई जाएगी। इसके लिए आशा, आंगनबाड़ी, एएनएम की ब्लाकवार टीमें बनाकर लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है।

अभियान की रोजाना मॉनिटरिंग होगी। टीम को यह भी निर्देशित किया गया है कि यदि कोई बच्चा गंभीर बीमार है तो उसे दवा न पिलाए, बल्कि इसकी सूचना स्थानीय चिकित्सक को दें।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.पीके सिंह ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए टीमें बनाई गई है। जो प्रत्येक बुधवार और शनिवार को दवा पिलाने का काम करेंगी। इस दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला प्रबंधक सुरेंद्र साहू, डीसीपीएम मंजरी गुप्ता, अर्बन कोआर्डिनेटर पीयूष, सचिन गुप्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आदि मौजूद रहे।