रायबरेली: लक्ष्य की रायबरेली टीम ने बहुजन जागरूकता अभियान के तहत एक कैडर कैम्प का आयोजन रायबरेली के गांव चंदापुर गूढ़ा में स्थित बौद्ध विहार में किया जिसमें गांव वासियों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया और सामाजिक जागरूकता में लक्ष्य की महिला कमांडरों की भूमिका की जोरदार प्रशंसा करते हुए लक्ष्य संगठन को गांव गांव में मजबूत करने की बात कही |

जागरूकता के अभाव में बहुजन समाज के लोग अपने अधिकारों के प्रति सचेत नहीं है और जिसके कारण दिन प्रति दिन उनके अधिकारों का हनन होता है परिणाम स्वरूप आज भी उनकी सामाजिक व आर्थिक स्थिति दयनीय बनी हुई है और इसका उनको अहसास ही नहीं है। बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने भी कहा था कि गुलाम को गुलामी का अहसास करा दो वह गुलामी की जंजीरों को खुद तोड़ देगा | लेकिन सचाई यह है कि जिन नेताओं की यह जिम्मेदारी थी वे ही अपने स्वार्थ में मगन हो गए है उनको बहुजन समाज की स्थिति से कोई लेना देना नहीं है। ये नेता वहां जाते ही नहीं है, जहाँ बहुजन समाज के लोग रहते है यानिकि गांव व झुग्गी झोपड़ियों में। अगर जाते भी है तो भाषण बाजी कर के निकल लेते है ये उनके अधिकारों के लिए कोई आवाज नहीं उठाते है अधिकारों की तो बात बहुत दूर की है वो उन पर हो रहे निरन्तर अत्याचारों पर भी अपना मुँह नहीं खोलते है। यह बात लक्ष्य कमांडरों ने अपने सम्बोधन में कही |

लक्ष्य कमांडरों ने दुःख प्रकट करते हुए कहा कि बहुजन समाज में वीआईपी कल्चर तेजी के साथ पनप रहा है कोई अपने पैसों की, तो कोई अपने होदे की, तो कोई अपनी नेतागिरी की ढींगे हांकता है जबकि समाज को इनकी इन सब चीजों से कोई लेना देना नहीं है यह सब मात्र दिखावा है |

उन्होंने कहा कि जिस दिन बहुजन समाज के लोग अपनी सामाजिक व आर्थिक स्थिति को लेकर गम्भीर हो जायेंगे, उसी दिन देश में एक नई राजनीतिक क्रांति का उदय हो जायेगा और इस जागरूकता अभियान में हम सभी लोगों को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी |

इस कैडर कैम्प में लक्ष्य कमांडर रेखा आर्या, संघमित्रा गौतम, चेतना राव, देवकी बौद्ध, कुषमा रावत, रानी रावत, सीमा रावत, प्रतिमा गौतम, लक्ष्य युथ कमांडर श्रवण रावत, राम आसरे रावत, शिव नारायण गौतम ने हिस्सा लिया तथा इस कैडर कैम्प के आयोजन में महेश कुमार, रामफेर गौतम, बी आर गौतम, रामहेत गौतम, राम किशोर, संजय व संतोष कुमार की मुख्य भूमिका रही |