रायबरेली
भारतीय समन्वय संगठन (लक्ष्य) की रायबरेली टीम ने रायबरेली के गांव बहादुर नगर में लक्ष्य कमांडर कुसमा रावत व श्रवण कुमार रावत द्वारा अपने निवास स्थान पर मान्यवर कांशीराम साहब की स्थापित प्रतिमा का अनावरण किया तथा इस अवसर पर मान्यवर साहब की भव्य जयंती का आयोजन भी किया गया जिसमें कई गांव व जिलों के बहुजन समाज के लोगों ने हिस्सा लिया l

इस अवसर पर लक्ष्य के यूथ कमांडरों ने बहुजन नायक मान्यवर कांशीराम साहब के सम्मान में एक दो किलो मीटर की बाइक रैली निकाली और उनके सम्मान में जोशीले नारे लगाए जो बहुजन समाज को संदेश दे रहे थे कि हारजीत राजनीति में होती है सामाजिक क्रांति में नही, बहुजन समाज के लोगों का मनोबल मरा नही है बल्कि पहले से भी ज्यादा ऊंचा है।

यहां ये बता दें कि लक्ष्य के कमांडर और विशेषतौर से महिला कमांडर समाज को जागरूक व एकजुट करने में दिनरात जुटी हुई है जिसका परिणाम है कि पासी समाज द्वारा मान्यवर की मूर्ति की स्थापना,बाइक रैली तथा उनकी भव्य जयंती मनाना l लक्ष्य संगठन प्रदेश के ज्यादातर जिलों में मजबूती के साथ बहुजन समाज में अपनी पैठ बना चुका है l लक्ष्य कमांडरों की सोच,कार्य करने का ढंग, सादगी, निडरता, ईमानदारी, जिद्दीपन, समाज को न्याय दिलाने के लिए शासन प्रशासन से संघर्ष यह सब कांशीराम साहब की तर्ज पर ही दिखाई देता है।

मान्यवर कांशीराम साहब कहा करते थे कि राजनीति चले या ना चले लेकिन सामाजिक क्रांति की गति कभी भी नहीं रुकनी चाहिए l उनकी इसी थीम पर लक्ष्य के कमांडर बहुजन समाज में जागरूकता का अभियान पिछले 23 वर्षों से निरंतर चला रहे है । मनोबल हमेशा ऊंचा रहना चहिए, कैसी भी प्रस्थिति हो उससे घबराना नहीं बल्कि उससे टकराना चाहिए ।

सामाजिक बदलाव में बहुत उतार चढ़ाव आयेंगे उन सामाजिक लहरों को चीरते हुए आगे बढ़ना है महापुरुषों के संघर्ष से सीख लेनी होगी तभी बदलाव देख पाओगे। यह बात लक्ष्य के कमांडरों ने अपने संबोधन में कही l

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि हारजीत राजनीति में होती है सामाजिक क्रांति में नही इसलिए सामाजिक क्रांति रुकनी नही चहिए ।

लक्ष्य कमांडरों ने कहा कि इस सामाजिक क्रांति की मजबूती के लिए बहुजन समाज में लक्ष्य संगठन जल्द ही 100 और इसके बाद 500 कार्यालय खोलने जा रहा है l लक्ष्य कमांडरों ने बहुजन समाज के लोगों से आवाह्न करते हुए कहा कि आओ मिलकर इस सामाजिक क्रांति को महापुरुषों के लक्ष्य तक पहुंचाएं।