नई दिल्ली: देश में ऑटोमोबाइल रिटेल इंडस्ट्री की सर्वोच्च संस्था फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के आंकड़ों के मुताबिक जुलाई में देश में वाहनों की बिक्री में पिछले साल की तुलना में 36 फीसदी की गिरावट आई। इस दौरान दोपहिया वाहनों की बिक्री में 37.47 फीसदी, तिपहिया वाहनों की बिक्री 74.33 फीसदी, कमर्शियल वाहनों की बिक्री 72.18 फीसदी और पर्सनल वीकल्स की बिक्री में 25.19 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि इस साल जून की तुलना में जुलाई के आंकड़े बेहतर रहे हैं।

FADA का कहना है कि पर्याप्त नकदी के बावजूद बैंक और एनबीएफसी जोखिम लेने के मूड में नहीं हैं जिससे कमर्शियल, तिपहिया और दोपहिया वाहनों की मांग प्रभावित हो रही है। उसका कहना है कि सरकार को मांग बढ़ाने के लिए हरेक इंडस्ट्री के लिए प्रोत्साहन देना चाहिए और तुरंत स्क्रैपेज पॉलिसी लागू करनी चाहिए। फाडा ने प्रेसिडेंट आशीष हर्षराज काले ने कहा कि देश अभी अनलॉक की प्रक्रिया में है। जून की तुलना में जुलाई के आंकड़ें बेहतर रहे हैं लेकिन पिछले साल की तुलना में ऑटो सेक्टर की रिकवरी अभी दूर की कौड़ी है।

उन्होंने कहा कि अच्छे मॉनसून के कारण ग्रामीण बाजार में अच्छी रिकवरी दिख रही है। मॉनसून से ट्रैक्टरों, छोटे कमर्शियल वाहनों और मोटरसाइकल की बिक्री में सकारात्मक रुख दिख रहा है। बैंकों और एनबीएफसी के पास नकदी की कोई कमी नहीं है लेकिन वे लोन देने से कतरा रहे हैं। इससे जिससे कमर्शियल, तिपहिया और दोपहिया वाहनों की मांग प्रभावित हो रही है। कई सेंगमेंट में वीकल फंडिंग परसेंटेज में 10 से 15 फीसदी की गिरावट आई है जिससे वाहन खरीदना कई उपभोक्ताओं की पहुंच से बाहर हो गया है।