टीम इंस्टेंटखबर
उत्तर प्रदेश में 27 फरवरी को पांचवें चरण का मतदान होना है. इस चरण में अवध और पूर्वांचल के 12 जिलों की 61 सीटें दांव पर हैं .ये 12 जिले अमेठी, सुल्तानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, रायबरेली, कौशांबी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती, और गोंडा हैं.

इन 12 जिलों में भगवान राम की नगरी अयोध्या भी शामिल है, जहां राममंदिर का निर्माण एक बड़ा मुद्दा है. यहां बीजेपी के लिए एक बार जीत की चुनौती होगी. पिछले चुनाव में सभी सीटों पर बीजेपी का कब्जा रहा था.

अयोध्या को बीजेपी का मजबूत गढ़ माना जाता है. 2017 में बीजेपी ने यहां पर भारी बहुमत हासिल किया था. वहीं बाकी दल अपने पुराने प्रदर्शन को बेहतर करने के लिए लड़ रहे हैं. ऐसे में सभी पार्टियों ने अपने- अपने दिग्गज मैदान में उतार दिए हैं. पांचवें चरण में सभी दलों के दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. इन जिलों पर 2017 के परिणाम इस तरह है.

पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अपने गृह जिले कौशांबी के सिराथू विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के उम्मीदवार हैं, जिनके मुकाबले समाजवादी पार्टी ने अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल को मैदान में उतारा है. जबकि पल्लवी पटेल की बहन और केंद्र सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल केशव प्रसाद मौर्य के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रही हैं.

वहीं अनुप्रिया पटेल की मां कृष्णा पटेल प्रतापगढ़ सदर से समाजवादी गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में बीजेपी को टक्‍कर दे रही हैं. तो वहीं साल 1993 से ही प्रतापगढ़ जिले के कुंडा से चुनाव जीत रहे रघुराज प्रताप सिंह इस बार अपनी बनाई जनसत्ता पार्टी से परंपरागत सीट पर चुनावी मैदान में हैं.

सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की राज्‍य सरकार के मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह प्रतापगढ़ जिले की पट्टी से चुनावी मैदान में हैं. अमेठी की पूर्व रियासत के मुखिया संजय सिंह अमेठी में इस बार बीजेपी से उम्मीदवार हैं. वहीं सपा से पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की पत्नी महाराजी देवी चुनाव लड़ रही हैं.

खादी ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह प्रयागराज जिले की पश्चिम विधानसभा क्षेत्र, नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी इसी जिले की दक्षिण, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री गोंडा जिले की मनकापुर सुरक्षित और राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र से तकदीर से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

पांचवें चरण में 692 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिनकी राजनीतिक तकदीर का फैसला करीब 2.24 करोड़ मतदाता कर रहे हैं.