लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज राजभवन मंे लखनऊ विश्वविद्यालय की समस्याओं के समाधान एवं शताब्दी वर्ष समारोह मनाये जाने के संबंध में एक बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार दो-तीन विश्वविद्यालयों का चयन कर उसे पूरा सपोर्ट दे जिससे वे नैक मूल्यांकन में ‘ए’ गे्रड हासिल कर सकें, क्योंकि प्रदेश का कोई भी विश्वविद्यालय नैक मूल्यांकन में ‘ए’ ग्रेड प्राप्त नहीं कर सका है। शताब्दी समारोह मनाये जाने के संबंध में राज्यपाल ने कहा कि उप मुख्यमंत्री जो प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री भी हैं, के दिशा-निर्देशन में शताब्दी समारोह का आयोजन ऐतिहासिक और भव्य हो, जिससे वह यादगार बन सके।

श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बेहतर उच्च शिक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में है, इसलिये आवश्यक है कि उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी सप्ताह में एक दिन तय करें, ताकि वेे विश्वविद्यालयों के कुलपति से मिलकर उनकी समस्याओं को सुनें एवं उनके निराकरण में सहयोग करें। इसके साथ ही वे स्वयं विश्वविद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण कर वहां की स्थिति का जायजा लें, जिससे छोटी-छोटी समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण हो सके। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षकों और कर्मचारियों की प्रोन्नति समय से करें, जिससे उनका मनोबल बना रहे। विश्वविद्यालय राज्य सरकार पर बोझ न बनें, बल्कि आत्मनिर्भर बनने के लिए आय के स्रोत तलाशें।

बैठक में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती नीलिमा कटियार, राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव, श्री महेश कुमार गुप्ता, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव कुमार मित्तल, लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 आलोक कुमार राय एवं राज्यपाल के विशेष कार्याधिकारी श्री केयूर सम्पत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।