मुंबई: बीते सप्ताह बढ़त दर्ज करने वाले घरेलू शेयर बाजार पर आगामी सप्ताह भी कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण के मामलों और उससे निपटने के लिए विश्व में जारी प्रयासों का असर रहेगा। इनके अलावा अगले सप्ताह जारी होने वाले आर्थिक आंक़ड़ों, विदेशी संस्थागत निवेशकों के रुझान,रुपये की चाल, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढाव और वैश्विक परिदृश्य भी निवेशक लगातार नजर बनाये रखेंगे।

बीते सप्ताह शेयर बाजार में तूफानी तेजी रही और इस दौरान बीएसई का सेंसेक्स 1745 अंक की साप्ताहिक बढ़त के साथ 43,637.98 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 516.70 अंक उछलकर 12,780.25 अंक पर पहुंच गया।

समीक्षाधीन अवधि में मंझोली और छोटी कंपनियों में भी लिवाली का जोर रहा। निवेशकों के लिवाल बनने से बीएसई का मिडकैप सप्ताह के दौरान 3.6 प्रतिशत बढ़कर 15,975.25 अंक पर पहुंच गया। स्मॉलकैप भी 3.93 प्रतिशत की तेजी के साथ 15,770.20 अंक पर पहुंच गया।

बाजार विश्लेषकाें का कहना है कि कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए यूरोपीय देशों में लगाये गये लॉकडाउन का असर घरेलू शेयर बाजार पर रहेगा। इसके अलावा कोरोना वैक्सीन को विकसित किये जाने और बाजार में उसकी उपलब्धता आगे भी निवेशकों को प्रभावित करेगी।

अगले सप्ताह साेमवार को थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़े जारी होने हैं, जिनसे निवेश धारणा प्रभावित होगी।