पेरिस: दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 45 लाख के करीब पहुँच गई है। अब तक तीन लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में अब तक 14 लाख से ज़्यादा का संक्रमित हैं, जबकि यहाँ मरने वाले लोगों की संख्या 85 हज़ार के पार पहुँच चुकी है। रूस में ढाई लाख से ज़्यादा मामलों की पुष्टि हुई है। ब्रिटेन में दो लाख 33 हज़ार से ज़्यादा संक्रमित पाए गए हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि संभव है कि कोरोना वायरस हमारे बीच से खत्म ही न हो।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दुनिया भर को कोरोना वायरस को लेकर चेतावनी देते हुए कहा है कि हो सकता है कि कोविड-19 कभी समाप्त ही न हो। डब्ल्यूएचओ के आपातकालीन मसलों के निदेशक माइकल रयान ने जेनेवा में एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “कोरोना हमारे बीच क्षेत्र विशेष का एक अन्य वायरस बन सकता है और मुमकिन है कि ये कभी समाप्त ही न हो।” उन्होंने एचआईवी का उदाहरण देते हुए कहा कि यह वायरस भी समाप्त नहीं हुआ है। माइकल रयान के अनुसार वैक्सीन के बगैर आम लोगों को इस बीमारी को लेकर इम्यूनिटी का उपयुक्त स्तर हासिल करने में सालों लग सकते हैं। कोरोना की वैक्सीन तैयार करने के कई प्रयास हो रहे हैं। कोविड-19 के लिए कम से कम 100 वैक्सीन बनाने की कोशिशों पर काम चल रहा है। मगर दुनिया भर के विशेषज्ञ आशंका जता रहे हैं कि ऐसी कोई वैक्सीन कभी तैयार ही नहीं हो पाएगी।

पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड(पीएचई) ने कोविड19 एंटीबॉडी टेस्ट किट को अपनी मंज़ूरी दे दी है। यह पहली बार है जब किसी एंटीबॉडी टेस्ट किट को मंज़ूरी दी गई है। इस टेस्ट किट को स्विस कंपनी रोशे होल्डिंग एजी द्वारा तैयार किया गया है। पीएचई के विशेषज्ञों द्वारा इसके परीक्षण की सटीकता को मान्यता दी गई है।

कोरोना वायरस अब अफ्रीका के हर देश में पहुंच चुका है। अफ्रीका का एकमात्र देश लेसोथो अभी तक कोरोना वायरस की चपेट से दूर था मगर अब वहां भी संक्रमण का एक मामला सामने आया है। इसी के साथ लेसोथो में संक्रमण का मामला एक 81 साल के व्यक्ति में भी पाया गया है। लेसोथो के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, यह व्यक्ति पिछले सप्ताह ही सऊदी अरब और पड़ोसी देश दक्षिण अफ्रीका से लौटा था। संक्रमण का मामला सामने आने के बाद देश में 29 मई तक के लिए लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है।