नई दिल्ली: लॉकडाउन के बाद स्कूलों को 30 फीसदी छात्रों की आवाजाही के साथ खोला जा सकता है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को ट्विटर पर देश भर के शिक्षकों से लाइव संवाद करते हुए कहा कि स्कूलों और उच्च शिक्षण संस्थानों को फिर से खोलने के लिए गाइड लाइन तैयार की जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए स्कूलों के लिए एनसीईआरटी और उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए यूजीसी नए दिशा-निर्देश तैयार कर रहे हैं। लॉकडाउन के बाद इन्हीं दिशा-निर्देशों के आधार पर स्कूल कॉलेज और उच्च शिक्षण संस्थानों में पठन-पाठन होगा।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि देश में करीब एक हजार विश्वविद्यालय, 45 हजार डिग्री कॉलेज, एक करोड़ शिक्षक और 33 करोड छात्र हैं। यह अमेरिका से भी बड़ी आबादी है। कोविड-19 जैसी विषम परिस्थितियों ने सभी राज्यों को एकजुट किया है। सभी राज्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मिलकर इस संकट से लड़ रहे हैं।

विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में पढाई व परीक्षा कार्यों को फिर से सुचारू करने के लिए यूजीसी ने टास्क फोर्स का गठन किया है। जबकि एनसीईआरटी स्कूलों को खोलने के साथ छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के दिशा-निर्देश तैयार कर रही है। जिसमें लॉक डाउन खुलने पर 30 फीसदी छात्रों को स्कूल आने की अनुमति होगी। जिससे एक कक्षा के छात्रों को चरणबद्ध तरीके से पढाई के लिए बुलाया जाएगा। लॉकडाउन नए दिशा-निर्देशों के साथ खुलेगा। यह दिशा-निर्देश एनसीईआरटी तैयार कर रहा है।