नई दिल्ली: चालू वित्त वर्ष शुरू होने से पहले ही लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियां ठप होने का स्पष्ट असर सरकारी राजस्व पर दिखाई दे रहा है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के लिए ग्रॉस टैक्स कलेक्शन 31 फीसदी घट गया है जबकि एडवांस कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन में 79 फीसदी की गिरावट आई है। सरकारी राजस्व संग्रह के आंकड़े 15 जून तक के हैं।

आयकर विभाग के एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ग्रॉस डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 137,825 करोड़ रुपये रहा है। जबकि पिछले साल समान तिमाही में कलेक्शन 199,755 करोड़ रुपये रहा था।

अप्रैल-जून तिमाही के पहले दो महीनों में देशव्यापी लॉकडाउन होने के कारण देश की करीब 80 फीसदी आर्थिक गतिविधियां ठंडी पड़ी रहीं। एक जून से लॉकडाउन के प्रतिबंध काफी हद तक हटा लिए गए हैं, फिर भी आर्थिक गतिविधियां सामान्य नहीं हो पाई हैं। एडवांस टैक्स जमा करने के लिए अंतिम तारीख 15 जून थी। कंपनियों को अपनी आय अनुमान के अनुसार एडवांस टैक्स जमा करवाना होता है। इसके कलेक्शन से आर्थिक गतिविधियों का काफी हद तक अनुमान लग जाता है।