देश

पहला अपराध बताकर कोर्ट ने मुस्लिम महिलाओं की ऑनलाइन नीलामी करने वालों को दी ज़मानत

टीम इंस्टेंटखबर
दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को ‘बुली बाई’ ऐप मामले के आरोपी नीरज बिश्नोई और ‘सुल्ली डील्स’ ऐप के निर्माता ओंकारेश्वर ठाकुर को इसलिए ज़मानत दे दी क्योंकि यह उनका पहला अपराध था.

पटियाला हाउस कोर्ट के चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (सीएमएम) डॉ. पंकज शर्मा ने जमानत देते हुए कहा कि केवल इसलिए कि विभिन्न जांचों और फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की रिपोर्ट लंबित है, आरोपी को जमानत देने से इनकार करने का पर्याप्त कारण नहीं है। वह एफएसएल परिणामों को प्रभावित करने की स्थिति में नहीं हैं।

अदालत ने माना कि आरोपी पहली बार अपराधी हैं और लगातार जेल में रहना उनकी भलाई के लिए हानिकारक होगा।अदालत ने आरोपियों पर सख्त शर्तें लगाई हैं ताकि वे किसी गवाह को धमका न सकें और किसी भी सबूत को खराब न कर सकें।

अपमानजनक सुल्ली डील्स मोबाइल एप जुलाई 2021 में सामने आया था, जहां मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें उनकी सहमति के बिना नीलामी के लिए डाल दी गई थीं।

छह महीने बाद समुदाय की महिलाओं को परेशान करने और उन्हें निशाना बनाने की एक और घटना तब सामने आई जब दिल्ली की एक महिला पत्रकार ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि मोबाइल एप्लिकेशन पर कुछ अज्ञात लोगों द्वारा उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। इस बार एप को बुल्ली बाई नाम दिया गया था। इसे अमेरिका-आधारित गिटहब प्लेटफॉर्म पर बनाया गया था।

मामलों के मुख्य आरोपी की पहचान नीरज बिश्नोई और ओंकारेश्वर ठाकुर के रूप में हुई। बिश्वोी ने बुल्ली बाई एप बनाया और ठाकुर ने सुल्ली डील्स एप। दिल्ली पुलिस ने दोनों को क्रमश: 6 जनवरी और 8 जनवरी को गिरफ्तार किया था।

Share

हाल की खबर

सरयू नहर में नहाने गये तीन बच्चों की मौत, एक बालिका लापता

मृतको में एक ही परिवार की दो सगी बहने, परिजनो में मचा कोहरामएसडीएम-सीओ समेत पुलिस…

मई 1, 2024

बाइक सवार दोस्तों को घसीट कर ले गई कंबाइन मशीन, एक की मौत, दूसऱे की हालत गंभीर ,लखनऊ रेफर

बाइक सवार मित्रों को गांव से घसीटते हुए एक किलो मीटर दूर ले गई,सहमे लोग…

मई 1, 2024

एचडीएफसी बैंक के पेजैप ऐप को ‘सेलेंट मॉडल बैंक’ का पुरस्कार मिला

मुंबईएचडीएफसी बैंक के मोबाइल ऐप पेज़ैप (PayZapp) को 'सेलेंट मॉडल बैंक' अवार्ड मिला है। एचडीएफसी…

मई 1, 2024

पत्रकारों के पेंशन और आवास की समस्या का होगा समाधानः अवनीष अवस्थी

-कम सैलरी में पत्रकारों का 24 घंटे काम करना सराहनीयः पवन सिंह चौहान -यूपी वर्किंग…

मई 1, 2024

पिक्चर तो अभी बाक़ी है, दोस्त!

(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा) हम तो पहले ही कह रहे थे, ये इंडिया वाले क्या…

मई 1, 2024

आज के दौर में ट्रेड यूनियन आंदोलन और चुनौतियां

(अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर विशेष आलेख : संजय पराते) आजादी के आंदोलन में ट्रेड यूनियनों…

मई 1, 2024