लखनऊ:
समाजवादी पार्टी के संस्थापक व संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का आज गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया. मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव इटावा जिले के सैफई में किया जाएगा. इनका पार्थिव शरीर अब सैफई पहुंच गया है. रास्ते भर लम्बे काफिले पर उनके चाहने वालों ने पुष्प वर्षा कर नम आंखों से अपने चहेते नेता को श्रद्धांजलि दी. सैफई में सपा समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ है. आसपास के जिलों से लोग नेताजी के अंतिम दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं.

मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर को लेकर जा रही एंबुलेंस और अन्य वाहनों का काफिला आगरा-यमुना एक्सप्रेस-वे पर रास्ते में रुका था.अखिलेश यादव और डिंपल यादव भी उस एंबुलेंस में मौजूद थे जिसमें मुलायम सिंह का पार्थिव शरीर रखा था. मंगलवार दोपहर तीन बजे मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा. उससे पहले सैफई में मुलायम सिंह यादव के चाहने वाले उनका अंतिम दर्शन कर सकेंगे.

मुलायम सिंह यादव के निधन की खबर मिलते ही उनके लाखों प्रशंसक, समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता शोक में डूब गए. उनके सम्मान में राजधानी लखनऊ में पार्टी का झंडा झुका दिया गया. बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ताओं का लखनऊ में पार्टी मुख्यालय पर आना शुरू हो गया. देखते ही देखते कार्यकर्ताओं और नेताओं का तांता लग गया. तमाम लोग उनके साथ की अपनी पुरानी यादें दोहराते हुए भावुक हो गए.

लखनऊ में पार्टी दफ्तर में मुलायम सिंह यादव के चित्र पर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी, लालजी वर्मा, राम अचल राजभर, आर.के. चौधरी ने अपने प्रिय नेता को नेताजी अमर रहें, जब तक सूरज चांद रहेगा, नेताजी का नाम रहेगा के उद्घोष के बीच पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया. इसके अलावा पंक्तिबद्ध कार्यकर्ताओं ने भी अपने नेता को पुष्पांजलि अर्पित की. इस अवसर पर शोकसभा भी की गई, जिसमें अनेक वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शिरकत की.