खेल डेस्क
कोलंबो: टीम इंडिया ने कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में श्रीलंका पर पहले वनडे में 7 विकेट से धमाकेदार जीत दर्ज की। श्रीलंका ने 263 रन का लक्ष्य रखा था, जिसे भारत ने 35 ओवर में ही हासिल कर लिया। भारत के लिए कप्तान शिखर धवन (नाबाद 86) ने सबसे ज्यादा रन बनाए। उनके अलावा इशान किशन (59) और सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (43) का बल्ला जमकर बोला। सूर्यकुमार यादव 31 रन बनाकर नाबाद रहे। श्रीलंका की ओर से धनंजय डिसिल्वा ने दो और लक्षण संदाकन ने एक विकेट झटका।

इससे पहले श्रीलंका ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 9 विकेट खोकर 262 रन बनाए। मेजबान टीम की ओर से चमिका करुणारत्ने (नाबाद 43) ने सर्वाधिक रन बनाए। उनके अलावा कप्तान दासुन शनाका (39), चरित असलंका (38), अविष्का फर्नांडो (32), मिनोड भानुका (27), भानुका राजपक्षे (24), धनंजय डिसिल्वा (14), दुष्मंथा चमीरा (13), वनिन्दु हसरंगा (8), इसुरु उदाना ने 8 रन का योगदान दिया। भारत की तरफ से युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव और दीपक चहर ने दो-दो विकेट चटकाए। हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या को एक-एक विकेट मिला।

भारत को पहला झटका पृथ्वी शॉ के रूप में लगा। पारी का आगाज करने आए शॉ ने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी की। उन्होंने शिखर धवन के साथ 58 रन जोड़े। हालांकि, शॉ अपने वनडे करियर की पहली फिफ्टी जड़ने से चूक गए। उन्होंने 24 गेंदों में 9 चौकों की बदौलत 43 रन की पारी खेली। उन्हें धनंजय डिसिल्वा ने छठे ओवर की तीसरी गेंद पर अपना शिकार बनाया। शॉ लांग ऑन की दिशा में छक्का मारना चाहते थे, मगर गेंद हवा में टंग गई। ऐसे में अविष्का फर्नांडो ने मौके को गंवाया नहीं और कैच पकड़ लिया।

भारतीय टीम ने श्रीलंकाई गेंदबाजों की बखिया उधेड़ते हुए तेजी से अपना सैकड़ा पूरा किया। भारत ने 12.2 ओवर यानी 74 गेंदों में 100 रन जुटा लिए। टीम को इस दौरान 11 अतिरिक्त रन मिले। भारत ने 29 गेंदों में पचासा कंप्लीट किया जबकि टीम ने अगले 50 रन 55 गेंदों में जोड़े। हालांकि, श्रीलंका की तुलना में भारत ने 51 गेंदें कम खेलकर सैकड़ा बनाया।

भारत को तीसरा झटका मनीष पांडे के रूप में लगा। पांडे ने संभलकर बल्लेबाजी की, लेकिन धवन का बखूबी साथ निभाया। उन्होंने धवन के साथ तीसरे विकेट के लिए 72 रन जोड़े। पांडे ने 40 गेंदों का सामना किया और 26 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में 1 चौका और 1 छक्का लगाया। उन्हें धनंजय डिसिल्वा ने 31वें ओवर में पवेलियन भेजा। वह डीप मिडविकेट पर शॉट जड़ने की फिराक में थे, कप्तान दासुन शनका ने कैच पकड़ लिया। उनका विकेट 215 के कुल स्कोर पर गिरा।

भारत का दसूरा विकेट विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन के तौर पर गिरा। पृथ्वी शॉ के आउट होने के बाद खेलने उतरे डेब्यूटेंट इशान ने आक्रामक बैटिंग की। टी20 अंतरराष्ट्रीय डेब्यू में फिफ्टी जमाने वाले इशान ने पहले वनडे में भी अर्धशतक ठोक दिया। उन्होंने 42 गेंदों में 8 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 59 रन की पारी खेली। उन्होंने 33 गेंदों में फिफ्टी 50 रन पूरी कर ली थी। इशान ने अपने पचासे में 44 रन चौके-छक्कों से बटोरे। उनकी पारी का अंत लक्षण संदाकन ने 18वें ओवर में किया। उन्होंने विकेटकीपर मिनोड भानुका को कैच थमाया। वह 143 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौटे। उन्होंने धवन के साथ दूसरे विकेट के लिए 85 रन की साझेदारी की।

तीन विकेट गिरने के बाद धवन और डेब्यूटेंट सूर्यकुमार ने जबरदस्त तरीके से मोर्चा संभाला। दोनों ने टीम को कोई झटका नहीं लग दिया और जीत दिलाकर पवेलियन लौटे। धवन और सूर्यकुमार ने चौथे विकेट के लिए 438 रन की अटूट साझेदारी की। धवन ने 95 गेंदों में नाबाद 86 रन बनाए। उन्होंने इस दौरान 6 चौके और 1 छक्का जड़ा। वहीं, सूर्यकुमार 20 गेंदों में 5 चौकों के जरिए 31 रन बनाकर नाबादे रहे।

श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सधी शुरुआत की। पारी का आगाज करने आए अविष्का फर्नांडो और मिनोड भानुका ने पहले विकेट के लिए 49 रन की साझेदारी की। इस जोड़ी को स्पिनर युजवेंद्र चहल ने फर्नांडो को आउट कर तोड़ा। उन्होंने फर्नांडो को 10वें ओवर की पहली गेंद पर मनीष पांडे के हाथों कैच लपकवाया। वह एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से गेंद को चौके के लिए मारने की फिराक में थे। फर्नांडो ने 35 गेंदों में 2 चौकों और 1 छक्के की मदद से 32 रन की पारी खेली।

स्पिनर कुलदीप यादव ने श्रीलंका को 17वें ओवर में दो झटके दिए। उन्होंने ओवर की पहली गेंद पर भानुका राजपक्षे को आउट किया जबकि चौथी गेंद पर मिनोड भानुका को पवेलियन भेजा। राजपक्षे ने पुल शॉट मारने के चक्कर में शिखर धवन को कैच थमा दिया। दूसरी तरफ, टिककर बल्लेबाजी कर रहे भानुका ने कवर ड्राइव लगाना का प्रयास किया, मगर गेंद बल्‍ले का बाहरी किनारा लेकर पहली स्लिप में खडे़ पृथ्वी शॉ के हाथों में चली गई। उनका विकेट 89 के कुल स्कोर पर गिरा। राजपक्षे ने 22 गेंदों में 2 चौकों और 2 छक्कों के जरिए 24 रन की पारी खेली। भानुका ने 33 गेंदों में 27 रन बनाए। उन्होंन तीन चौके जड़े।

श्रीलंका को चौथा विकेट धनंजय डिसिल्वा के तौर पर गिरा। चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे डिसिल्वा सस्ते में विकेट गंवा बैठे। उन्होंने 27 गेंदों में 14 रन बनाए। उन्होंने इस दौरान 1 चौका मारा। डिसिल्वा को क्रुणाल पांड्या ने 25वें ओवर की चौथी गेंद पर अपना शिकार बनाया। वह गेंद को हवा में उठाकर बाउंड्री के पार भेजना चाहते थे, लेकिन लॉन्ग ऑफ पर भुवनेश्वर कुमार के हाथों लपके गए। उनका विकेट 117 के कुल स्कोर पर गिरा। उन्होंने चरित असलंका के साथ चौथे विकेट के लिए 28 रन की पार्टनरशिप की।

श्रीलंका को पांचवां झटका चरित असलंका के रूप लगा। असलंका ने टिककर भारतीय गेंदबाजों का सामना किया, मगर वह अर्धशतक से चूक गए। उन्होंने 65 गेंदों में 38 रन की पारी खेली। वह अपनी पारी में महज एक चौका ही लगा सके। उन्हें दीपक चहर ने 38वें ओवर की दूसरी गेंद पर पवेलियन की राह दिखाई। असलंका गेंद को कट करने की कोशिश में थे पर सफलता हाथ नहीं ली। गेंद बल्ले का बाहरी किनारे लेकर विकेटकीपर इशान किशन के दस्तानों में समा गई।

असलंका का विकेट 166 के कुल स्कोर पर गिरा। उन्होंने पांचवें विकेट के लिए कप्तान दासुन शनाका के संग 49 रन की पार्टनरशिप की। इसके बाद चहर ने 40वें ओवर में वनिन्दु हसरंगा का शिकार किया। सातवें नंबर पर उतरे हसरंगा 7 गेंदों में 8 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्होंने एक चौका मारा।

श्रीलंकाई टीम का सातवां विकेट कप्तान दासुन शनाका के तौर पर गिरा। शनाका ने 50 गेंदों में 2 चौकों और 1 छक्के के दम पर 39 रन बनाए। शनाका टीम को लड़खड़ाने से बचाने का भरपूर प्रयास किया। हालांकि, उन्हें दूसरे छोर से मजबूत साथ नहीं मिला। शनाका की पारी का अंत युजवेंद्र चहल ने 44वें ओवर की पांचवीं गेंद पर किया। उन्होंने रन गति को बढ़ाने के लिए गेंद को उठाकर मारा चाहा लेकिन लांग ऑन पर खड़े हार्दिक पांड्या ने कैच पकड़ लिया। वह 205 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौटे। उनके जाने के बाद इसरु उदाना (8) भी विकेट खो बैठे। उदाना को हार्दिक पांड्या ने 47वें ओवर में आउट किया।

श्रीलंका ने आखिरी तीन ओवर में 39 रन जुटाए, जिससे टीम का स्कोर 262 तक पहुंचने में सफल रहा। चमिका करुणारत्ने और दुष्मंथा चमीरा ने नौवें विकेट के लिए 40 रन की अहम साझेदारी की। दोनों ने आखिर में भारतीय गेंदबाजों का डटकर सामना किया। करुणारत्ने ने भुवनेश्वर कुमार द्वारा डाले गए अंतिम ओवर में 2 छक्के और 1 चौका जमाया। उन्होंने 35 गेंदों में नाबाद 43 रन की पारी खेली। वहीं, चमीरा 7 गेंदों में 13 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में 1 चौका और 1 छक्का लगाया। वह श्रीलंका की ओर से आउट होने वाले नौवें और आखिरी बल्लेबाज रहे। चमीरा 50वें ओवर की अंतिम गेंद पर रन आउट हुए।