लखनऊइमामबाड़ा गुफ़रान मआब में मुहर्रम की आठवीं मजलिस को ख़िताब करते हुए मौलाना कल्बे जवाद नक़वी ने वसीले की ज़रूरत और अहमियत पर क़ुरान और हदीसों की रौशनी में गुफ़्तुगू की। मौलाना
बाराबंकी:शहर में मोहर्रम की 7 वी का जुलूस मोहर्रम कमेटी अहले सुन्नत के अध्यक्ष ताज बाबा राईन के नेतृत्व व कमेटी के समस्त पदाधिकारियों की अगुवाई में फजलुर्रहमान पार्क से निकला जिसमें
हुसैन से मिली इंसानियत को ऐसी हयात,यज़ीद आते रहे पर उसे मिटा न सके। आज मुहर्रम की सातवीं तारीख़ है। आज ही के दिन से रसूल ख़ुदा मोहम्मद मुस्ताफ़ा (स) के निवासे
ख़ूने अबूतालिब की क्या शान निराली है,इस्लाम बचाने को यह काम सदा आया। आज मुहर्रम की छठवीं तारीख़ हैं। जैसे जैसे दिन गुज़र रहे हैं करबला का वह ख़ूनी मंज़र दिलो दिमाग
मोहम्मद आरिफ नगरामी माहे मुहर्रम कमरी कलेण्डर का पहला महीना है और इस महीने की दसवीं तारीख को करबला के मैदान में नवासये रसूल सल0 हजरत हुसैन रजि0 मय अपने 72 अइज्जा
लखनऊइमामबाड़ा गुफ़रान मआब में मुहर्रम की पांचवी मजलिस को ख़िताब करते हुए मौलाना कल्बे जवाद नक़वी ने अक़ीदा और अमल की अहमियत पर मजलिस को ख़िताब किया। मौलाना ने कहा कि अल्लाह
जहां चुनी गई फिर से हरम की बुनियादें,फ़क़त वो करबोबला की ज़मीन दिखती है। आज मुहर्रम की पांचवीं तारीख़ है, इमाम हुसैन अलैहिस्लाम को कर्बला आये तीन दिन गुज़र चुके हैं। इमाम
ज़मीने करबोबला पर हुसैन आते हैं,ख़ुदा के दीन के हर पहलू को दिखाते हैं। आज मोहर्रम की तीसरी तारीख़ है, कल ही निवासए रसूल हज़रत इमाम हुसैन इराक़ के तपते बन करबला
नई दिल्ली:आल इण्डिया उलमा व मशाईख बोर्ड के संस्थापक अध्यक्ष एवम वर्ल्ड सूफी फोरम के चेयरमैन हजरत सैयद मुहम्मद अशरफ किछौछवी ने सभी से जिक्रे हुसैन में शामिल होने की अपील करते