दुबई से अदनान

अंत भला तो सब भला पर क्‍या कमाल का मैच रहा। टी20 विश्‍व कप में सुपर 12 का पहला मुकाबला, इससे अच्छी शुरुआत नहीं हो सकती। भले ही एक लो स्कोरिंग मैच था पर अंत तक रोमांच बरकरार रहा।

दक्षिण अफ्रीका ने जब ऑस्ट्रेलिया को 119 रनों का लक्ष्‍य दिया तो ऐसा लगा कि एक नीरस मैच से फटाफट क्रिकेट के महासमर की शुरुआत होने जा रही मगर इस छोटे से स्कोर को पाने लिए कंगारुओं को न सिर्फ पांच विकेट गंवाने पड़े बल्कि 19.4 ओवर तक मैच को ले जाना पड़ा.

ख़राब शुरआत के बाद वैसे तो स्‍टीव स्मिथ और ग्‍लेन मैक्‍सवेल ने जीत की नींव रख दी थी, लेकिन मारक्रम के एक बेहतरीन कैच ने मैच का रूख बदल दिया था। इसके बाद शम्‍सी ने मैक्‍सवेल को बोल्‍ड करके कहानी पलट दी, लेकिन दुनिया का सर्वश्रेष्‍ठ फीनिशर बनने का सपना देखने वाले स्‍टॉयनिस ने चौका लगाकर फंस चुके मैच को ऑस्‍ट्रेलिया की झोली में डाल दिया।

इससे पहले साउथ अफ्रीका की टीम का आग़ाज़ बहुत ख़राब हुआ. पाकिस्तान के खिलाफ वार्म अप में शतक जड़ने वाले डुसेन और कप्तान बावुमा जल्दी ही चलते बने. डिकॉक एक दिली से खेल गए शॉट में आउट हुए. क्लासेन और मिलर भी कुछ ख़ास नहीं कर सके. पूरी टीम 20 ओवरों में 9 विकेट पर केवल 118 राण ही बना सकी.

साउथ अफ्रीका के लिए इस पारी में अगर कुछ अच्‍छा रहा है तो वह मारक्रम और मिलर के बीच 33 गेंद में 34 रनों की साझेदारी और अंत में आकर रबाडा का 23 गेंद में 19 रन बनाना। अगर इन दोनों में से एक भी चीज नहीं होती तो साउथ अफ्रीका की टीम 20 ओवर में नौ विकेट पर 118 रनों तक नहीं पहुंच पाती।

मैक्‍सवेल ने कप्‍तान बवूमा को आउट किया, तो अगले तीन विकेट हेजलवुड और कमिंस ने लेकर साउथ अफ्रीका के शीर्ष क्रम को उखाड़कर फेंक दिया। इसके बाद मारक्रम ने पहले क्‍लासेन और बाद में मिलर के साथ अच्‍छी साझेदारी बनाई, लेकिन मध्‍य ओवरों में एक ही ओवर में जैंपा ने दो विकेट चटकाकर साउथ अफ्रीका की उम्‍मीदों पर पानी फेर दिया, लेकिन जिस समय साउथ अफ्रीका ऑल आउट होने के करीब थी, उस वक्‍त रबाडा टीम के पालनहार बने और इस धीमी विकेट पर अपनी टीम को सम्‍मानजनक स्‍कोर तक पहुंचाया।

ऑस्ट्रेलिया के लिए सतर्क, हेज़लवुड, और ज़म्पा ने दो दो विकेट हासिल किये।