जहां एक तरफ सुशांत सिंह राजपूत की पहली पुण्यतिथि करीब आ रही है वहीं मामले में अब एनसीबी एक बार फिर से हरकत में नजर आ रही है. कुछ समय पहले ही सुशांत सिंह राजपूत के दोस्त सिद्धार्थ पिठानी को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा इस केस में कुछ और बड़े अपडेट्स भी सामने आए हैं. सुशांत सिंह राजपूत की सबसे करीबी और ड्रग्स कनेक्शन मामले में मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती का NCB को दिया अहम बयान चार्जशीट में भी शामिल है और कोर्ट ने 16/2020 कम्प्लेंट केस नंबर में इस चार्जशीट को संज्ञान में लिया हुआ है.
रिया के खुद के हाथों से लिखा हुआ इकबालिया बयान NCB के पास है जिसमें कई सनसनीखेज खुलासे हैं. कुछ सवाल ऐसे हैं जिन्हें लेकर शुरू से चर्चा चल रही है.
मैं यह बताना चाहती हूं कि जिन चीजों का ऊपर जिक्र है वो डॉक्टर निकिता का प्रिस्क्रिप्शन है. ( जैसा कि मैसेज और प्रिस्क्रिप्शन की कॉपी में लिखा गया है) ऐसा दिख रहा है कि शोविक और मैं गूगल के जरिये Clomnezepan के साइड इफेक्ट्स के बारे में बात कर रहे हैं. डॉक्टर से बात करने के बाद उन्होंने उन दवाओं को प्रिस्क्रिप्शन के मुताबिक जारी रखने का सुझाव दिया.
रिया अपने बयान में लिखती हैं, सुशांत अच्छा नहीं कर रहा था और उसकी हालत खराब होती जा रही थी इसलिए शोविक चिंतित था. Clomnezepan और उसके साइड इफेक्ट के बारे में हम डिस्कस कर रहे थे. डॉक्टर निकिता से चेक करने के बाद यह पता लगा कि हमें गूगल डॉक्टर नहीं बनना चाहिए. मैं यह भी जोड़ना चाहती हूं कि 08 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत ने एक व्हाट्सएप मैसेज अपनी बहन प्रियंका से रिसीव किया. उस मैसेज में इस बात का जिक्र था कि librium 10 mg, nexito, इत्यादि जो ड्रग्स थे NDPS में, सुशांत इन दवाओं का सेवन करे.
उसने कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर तरुण की एक पर्ची मुहैया करवाई. उन्होंने सुशांत को OPD पेशेंट के लिए मार्क किया है. बिना उससे मिले और ऑनलाइन कंसल्टेशन किये हुए. इसका मतलब सुशांत को तुरंत अस्पताल की जरूरत थी. इन दवाओं को Psyclitists कंसल्टेशन के बिना नहीं दिया जा सकता है.
रिया अपने बयान में लिखती हैं कि मैं यह विनती करती हूं कि इस बात को नोट किया जाए कि इन ड्रग्स से उसकी यानी उस समय मौत हो सकती थी क्योंकि उसकी बहन मीतू, उसके साथ 8 से 12 जून के दौरान रह रही थी. मैंने मुम्बई पुलिस को यह भी सूचना दी है और उन्होंने इस बात का संज्ञान भी लिया है. मैं यह जोड़ना चाहती हूं कि सुशांत 18 साल की उम्र से ऊपर का था. वह Marijuana का सेवन करता था, बिना मेरी सहमति के. वह इसका सेवन मुझसे मिलने के पहले भी कर रहा था. वह मेरे पास आता था. इस कोशिश में ताकि उसको Marijuana मिल सके या फिर वह इसे मुझे ऑफर करे.
मैंने अस्पताल में उसके दाखिले की कोशिश की जिसका मेरे पास सबूत है. लेकिन उसकी सहमति नहीं थी इसलिए वह अस्पताल में भर्ती नहीं हो सका. मैं यह भी जोड़ना चाहती हूं कि सुशांत के घरवाले यह बात भली-भांति जानते थे कि उसे Marijuana की लत लग चुकी थी. मैं यह भी बताना चाहती हूं कि उसकी बहन प्रियंका और जीजा सिद्धार्थ Marijuana का सेवन करते थे सुशांत के साथ और उसके लिए लाया भी करते थे. इस बयान को देने के दौरान मेरे साथ अच्छा बर्ताव हुआ है मुझे खाना मुहैया करवाया गया है. NCB के अधिकारियों ने मेरे साथ कोई गलत व्यवहार नहीं किया. मैं बिना किसी डर और धमकी के यह बयान दे रही हूं.
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