नई दिल्ली: भारतीय बैंकों का हजारों करोड़ रुपये लेकर देश से फरार भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने एक हलफनामे में दावा किया है कि वह कानून का पालन करने वाला नागरिक है और उसने केवल अमेरिका में इलाज के लिए भारत छोड़ा था। मेहुल चोकसी ने भारतीय अधिकारियों को उसके पूछताछ के लिए इनवाइट किया है। उसने कहा कि भारतीय अधिकारी उसके खिलाफ जो जांच कर रहे हैं उसे लेकर जो भी सवाल पूछना चाहते हैं वो पूछ सकते हैं।

एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, फरार कारोबारी ने डोमिनिका हाई कोर्ट में आठ पन्नों का एक हलफनामा दायर करके कहा है कि मैंने भारतीय अथॉरिटीज को मेरा इंटरव्यू लेने और किसी भी जांच को लेकर कोई भी सवाल पूछने को कहा है। देश छोड़ने को लेकर मेहुल चोकसी ने कहा कि मैं भारतीय एजेंसियों से कभी नहीं भागा। अमेरिका में इलाज कराने के लिए जब मैं देश से निकला तो मेरे खिलाफ कोई वारंट नहीं था।

बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में 13,500 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में वांछित हीरा कारोबारी फिलहाल डोमिनिका पुलिस की हिरासत में है और डोमिनिकन मजिस्ट्रेट अदालत ने उसे जमानत देने से इनकार कर दिया है। चोकसी को कैरिबियाई द्वीपीय देश में अवैध रूप से प्रवेश करने के लिए 23 मई को गिरफ्तार कर लिया गया था।

चोकसी ने जनवरी 2018 में भारत से भागने से पहले ही, 2017 में कैरिबियाई द्वीपीय देश एंटीगुआ एवं बारबुडा की नागरिकता हासिल कर ली थी। चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी पर कुछ बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से PNB के साथ कथित तौर पर 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। नीरव मोदी अभी लंदन की एक जेल में बंद है। दोनों के खिलाफ CBI जांच कर रहा है।

डोमिनिका हाईकोर्ट और मजिस्ट्रेट कोर्ट में उसकी सुनवाई हो रही है। हाईकोर्ट को ये तय करना है कि डोमिनिका में चोकसी की एंट्री कानूनी थी या गैरकानूनी? साथ ही ये भी तय करना है कि पुलिस ने उसको कानूनी रूप से गिरफ्तार किया है या गैरकानूनी तरीके से? इसके बाद ही चोकसी को किसी दूसरे देश को सौंपने पर कोई फैसला लिया जाएगा।

कोर्ट ने चोकसी की जमानत को खारिज करते हुए अगली सुनवाई 14 जून को तय की है। इस बीच मेहुल चोकसी को डोमिनिका से वापस लाने के लिए भारत की तरफ से भेजा गया विभिन्न एजेंसियों के अधिकारियों का दल कतर एयरवेज के एक निजी विमान से शुक्रवार को वापस लौट आया।