उत्तर प्रदेश के संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्ररहमान बर्क का 94 साल की उम्र में निधन हो गया। मुरादाबाद स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती शफीकुर्ररहमान बर्क ने 27 फरवरी को आखिरी सांस ली। हाल ही में समाजवादी पार्टी ने अपने लोकसभा उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी जिसमें शफीकुर्रहमान बर्क का नाम भी था।

सपा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क देश के सबसे बुजुर्ग नेताओं में थे। वह पांच बार सांसद रह चुके थे और मुसलमानों से जुड़े मुद्दों पर बेहद मुखर रहते थे। कई बार वह विवादित बयानों के कारण भी सुर्खियों में रहे। साल 2019 के चुनाव में शफीकुर्ररहमान बर्क ने संभल से मोदी लहर के बावजूद बड़ी जीत हासिल की थी।

लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के बाद वह तब खबरों में आए जब उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् इस्लाम के खिलाफ है और मुसलमान इसका पालन नहीं कर सकते। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे का बचाव करने और इसकी तुलना भारत के अपने स्वतंत्रता संग्राम से करने के कारण भी उनकी आलोचना हुई थी।

जब सितंबर 2023 में संसद के विशेष सत्र के पहले दिन संसद में 75 साल की संसदीय यात्रा पर चर्चा हो रही थी तब पीएम मोदी ने संबोधन के दौरान शफीकुर्रहमान बर्क का जिक्र किया था। पीएम मोदी ने कहा था कि आजादी के बाद साढ़े सात हजार से ज्यादा सांसदों ने अब तक इस सदन में अपना योगदान दिया है। इनमें एक सांसद ऐसे भी हैं जो 93 साल के हैं और अभी भी लोकसभा के सदस्य हैं।

बीती 21 फरवरी को सपा प्रमुख अखिलेश यादव उनसे मिलने अस्पताल भी पहुंचे थे।