गाजियाबाद के लोनी में मुस्लिम बुजुर्ग की पिटाई के मामले में पुलिस ने शनिवार को सपा नेता उम्मेद पहलवान को गिरफ्तार कर लिया. उसके साथ-साथ गुलशन को भी गिरफ्तार किया गया है. दोनों को दिल्ली के लोकनायक जय प्रकाश अस्पताल के पास से गिरफ्तार किया गया है. 5 जून को गाजियाबाद के लोनी में बुजुर्ग की पिटाई हुई थी.

उम्मेद पहलवान पर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने का आरोप है. बुजुर्ग की पिटाई के आरोप में आखिरी आरोपी गुलशन को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. गाजियाबाद कांड में अब सभी 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. क्योंकि दोनों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है, इसलिए अब दोनों को गाजियाबाद लाया जाएगा.

इस मामले में उम्मेद पहलवान पर एफआईआर दर्ज होने के बाद उसकी आखिरी लोकेशन दिल्ली-नोएडा के बीच देखी गई थी. उम्मेद पहलवान पिछले कई दिनों से फरार चल रहा था.

गाजियाबाद के एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि दोनों आरोपियों को गाजियाबाद लाया जाएगा और यहां उनसे पूछताछ की जाएगी.

उम्मेद पहलवान वॉट्सऐप के जरिए लोगों से जुड़ा हुआ था और उसी की मदद से पुलिस उसकी लोकेशन पता लगाने की कोशिश कर रही थी और जैसे ही पुलिस को दिल्ली में उसकी मौजूदगी होने का पता लगा तो पुलिस की एक टीम दिल्ली पहुंची. एलएनजेपी अस्पताल के पास से उसे गिरफ्तार किया गया. उसने अपने चेहरे को ढंक रखा था, लेकिन पुलिस के पास पुख्ता जानकारी थी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया.

मुस्लिम बुजुर्ग का वीडियो वायरल करने वाले सपा नेता उम्मेद पहलवान का पुराना आपराधिक इतिहास भी रहा है. 2017 में गाजियाबाद के लोकल बीजेपी नेता ने उम्मेद पहलवान के खिलाफ गोकशी की एफआईआर दर्ज करवाई थी. हालांकि जांच के बाद उम्मेद पहलवान का नाम एफआईआर से हटा दिया गया था.

गाजियाबाद के लोनी इलाके का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ युवक एक बुजुर्ग की पिटाई कर रहे थे. इस मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर गलत तरीके से इसे सांप्रदायिक रंग दिया है. पुलिस ने अबतक इस मामले में ट्विटर समेत कई लोगों पर केस दर्ज किया है.