मुंबई:
महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को फ्लोर टेस्ट जीत लिया है. उनके पक्ष में कुल 164 वोट पड़े. ऐसे में ये सिद्ध हो गया कि नई सरकार विधायकों के समर्थन से बनी है.

बता दें कि फ्लोर टेस्ट से पहले भी उद्धव खेमे को झटका लगा. पार्टी के दो विधायक श्यामसुंदर शिंदे और संजय बांगर विश्वास मत से ठीक पहले एकनाथ शिंदे समूह में शामिल हो गए. कल से अब तक शिवसेना के 2 विधायक पाला बदल चुके हैं.

मिली जानकारी अनुसार कल देर रात विधायक संजय बांगर ताज प्रेसिडेंसी होटल पहुंचे थे. वहीं वो एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हुए. शिंदे गुट में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे की सरकार पर हमें पूरा विश्वास है.

वहीँ उद्धव ठाकरे खेमे ने भरत गोगावाले को शिवसेना के सचेतक के रूप में मान्यता देने के विधानसभा स्पीकर के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. लेकिन कोई रहत नहीं मिली है. वरिष्ठ वकील एएम सिंघवी ने तत्काल सुनवाई के लिए एससी के समक्ष उल्लेख किया है. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट मुख्य मामले के साथ 11 जुलाई को उद्धव ठाकरे खेमे की याचिका पर सुनवाई करेगा.

उद्धव खेमे की ओर से सिंघवी ने कहा कि व्हिप को मान्यता देने के लिए स्पीकर के पास कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है. यह इस अदालत के समक्ष कार्यवाही की यथास्थिति को बदल रहा है. स्पीकर ने कल आधी रात को व्हिप चुना,जो नियमों के खिलाफ है.

मालूम हो कि महाराष्ट्र विधानसभा में एकनाथ शिंदे सरकार के बहुमत परीक्षण से एक दिन पहले उद्धव ठाकरे धड़े को बड़ा झटका देते हुए रविवार रात को महाराष्ट्र विधानसभा के नवनियुक्त अध्यक्ष ने शिवसेना विधायक अजय चौधरी को पार्टी विधायक दल के नेता पद से हटा दिया था.