नई दिल्ली: दिल में दबी प्रधानमंत्री के इच्छा एक बार फिर संभावनाएं तलाशने मुंबई से दिल्ली भटक रही है. महाराष्ट्र क्षत्रप शरद पवार पिछले कुछ दिनों से गैर कांग्रेसी मोर्चे को लेकर काफी सक्रीय हो गए हैं. शरद पवार इन दिनों दिल्ली में हैं और कल उन्होंने गैर-कांग्रेसी विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है.

पवार ने पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ ‘एकजुट’ होने के संभावना तलाशने के लिए विपक्षी पाटियों की यह बैठक बुलाई है. बैठक में कांग्रेस को आमंत्रित नहीं किया गया है. तृणमूल कांग्रेस के नेता यशवंत सिन्हा “राष्ट्र मंच” के प्रतिनिधियों के साथ- साथ कुछ गैर-कांग्रेस विपक्षी दलों के नेता कल शाम 4:00 बजे शरद पवार से मिलेंगे. राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव को भी न्योता दिया गया था, लेकिन पार्टी सांसद मनोज झा कल दिल्ली में नहीं हैं.आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता संजय सिंह को भी शरद पवार की घर होने वाली मीटिंग के लिए निमंत्रण दिया गया है. टीएमसी नेता यशवंत सिन्‍हा के ‘राष्‍ट्र मंच’ की ओर से कांग्रेस सांसद विवेक तन्‍खा को भी बैठक के लिए न्‍यौता दिया गया है. हालांकि तन्‍खा ने बताया कि वे बैठक में हिस्‍सा नहीं लेंगे. 16 जून 2021 से विवेक तन्‍खा दिल्‍ली से बाहर हैं. चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की रविवार को शरद पवार के साथ मुलाकात के बाद इस बैठक का ब्‍यौरा आया है.

प्रशांत किशोर ने पिछले दो सप्‍ताह में दूसरी बार शरद पवार से मुलाकात के बाद दो वर्ष बाद होने वाले आम चुनाव के मद्देनजर नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्षी अलायंस की चर्चाओं ने जोर पकड़ा है.सूत्रों ने बताया कि शरद पवार और प्रशांत किशोर के बीच यह मुलाकात दिल्‍ली में हुई, इससे पहले दोनों 11 जून को एनसीपी प्रमुख के मुंबई स्थित आवास पर मिले थे. रविवार की बैठक करीब आधे घंटे चली थी, इससे पहले 11 मई को हुई बैठक करीब चार घंटे तक चली थी. सूत्रों के अनुसार, बैठक में वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस और बीजेपी विहीन तीसरे फ्रंट और पीएम मोदी को चुनौती देने के लिए विपक्ष के संयुक्‍त पीएम उम्मीदवार के बारे में बात हो सकती है. कई पार्टियों ने ऐसे ग्रुप से जुड़ने की इच्‍छा जताई है.