लखनऊ: उ0प्र0 विधानसभा के सामने जनपद अमेठी की दो महिलाओं ने जमीन से सम्बन्धित मामले में न्याय की फरियाद लेकर दर-दर भटककर आखिर में न्याय न मिलने के चलते आज मुख्यमंत्री कार्यालय (lok bhavan) के गेट नं. 3 के सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया। जिसमें एक महिला की हालत काफी गंभीर है। उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू (ajay kumar lallu) ने कहा है कि इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि प्रदेश में योगी राज नहीं बल्कि जंगलराज है। जिस प्रकार राजधानी में दो महिलाओं ने न्याय न मिलने से आत्मदाह करने का प्रयास किया है यह योगी सरकार के माथे पर कलंक है। सच्चाई तो यह है कि मुख्यमंत्री के बेहतर कानून व्यवस्था के थोथे दावों की पोल खुल गयी है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि उ0प्र0 में फरियाद करने वालों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री रोजाना टीम 11 की बैठक करके अपनी पीठ खुद थपथपा कर आत्ममुग्ध हो जाते हैं और प्रदेश में पीड़ित दर-दर न्याय मांगते-मांगते अपनी जीवनलीला समाप्त करने पर विवश हैं। योगी राज में न्याय की उम्मीद करना अब पूरी तरह बेमानी साबित हो गयी है। जिस प्रकार अमेठी की दो महिलाओं ने जमीन के मामले को लेकर आत्मदाह करने का प्रयास किया है उससे यह साफ होता है कि सिर्फ उम्भा ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में भूमाफिया हर जिले से लेकर ब्लाकों तक काबिज हैं और पीड़ित सिर्फ सिसकियां लेने के लिए मजबूर हैं।

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि मुख्यमंत्री ने ऐसा जंगलराज बनाया है कि जहां अपराधी को तो सचिवालय में इण्ट्री मिलेगी, फरियादी हैं तो उनकी नहीं सुनी जाएगी। आज दो बहनों ने जो आत्मदाह का प्रयास किया है कि यह प्रदेश की योगी सरकार के लिए बेहद शर्मनाक है।