नई दिल्ली: भारतीय स्टेट बैंक के अर्थशास्त्रियों ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश के सकल घरेलू उत्पाद में 16.5 फीसदी की गिरावट की आशंका जताई है. इससे पहले, मई में एसबीआई इकोरैप रिपोर्ट में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में GDP में 20 फीसदी से अधिक की गिरावट की आशंका जताई गई थी. हालांकि मौजूदा अनिश्चितता भरे माहौल में शर्तों के साथ अब इसमें 16.5 फीसदी की गिरावट का अनुमान जताया गया है.

एसबीआई की सोमवार को जारी इकोरैप रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां तक लिस्टेड कंपनियों के नतीजों का सवाल है, कॉरपोरेट GVA (कुछ वित्तीय और गैर-वित्तीय कंपनियों के उम्मीद से बेहतर नतीजे) वित्त वर्ष 2020-21 में आय में गिरावट के मुकाबले बेहतर रहा है. अबतक करीब 1,000 लिस्टेड कंपनियों ने पहली तिमाही के वित्तीय नतीजों की घोषणा की है. तिमाही नतीजे बताते हैं कि कंपनियों की सकल आय में 25 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है जबकि शुद्ध आय यानी लाभ में 55 फीसदी से अधिक की कमी दर्ज की गई है. हालांकि कॉरपोरेट जीवीए (सकल मूल्य वर्धन) में गिरावट केवल 14.1 फीसदी है.

रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘सैद्धांतिक रूप से लिस्टेड कंपनियों की आय में गिरावट की भरपाई लागत को कटौती कर किया गया है. इससे कंपनियों के मार्जिन पर प्रभाव नहीं पड़ा.’’ इसमें आगे कहा गया है कि जुलाई और अगस्त महीने में कोरोना वायरस की पैठ ग्रामीण क्षेत्रों में हुई है. कुल नए मामलों में ग्रामीण व छोटे जिलों की हिस्सेदारी बढ़कर 54 फीसदी हो गई है.