नई दिल्ली: भारतीय स्टेट बैंक को वित्त वर्ष 2020-21 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 4574 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है. यह पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 51.88 फीसदी ज्यादा है. अप्रैल-जून 2020 तिमाही से तुलना करें तो पहली तिमाही में बैंक को 4189 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था. दूसरी तिमाही के दौरान बैंक का ऑपरेटिंग प्रॉफिट (एक्सेप्शनल आइटम्स को छोड़कर) 11.86 फीसदी बढ़कर 16460 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल समान अवधि में 14714 करोड़ रुपये रहा था. पहली तिमाही में ऑपरेटिंग प्रॉफिट 16521 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था.

जुलाई-सितंबर में SBI की कुल ब्याज आय 28181 करोड़ रुपये रही, जो पिछले इसी अवधि में हुई 24600 करोड़ रुपये की ब्याज आय से 14.56 फीसदी ज्यादा है. वहीं नॉन इंट्रेस्ट इनकम फ्लैट रहकर 8528 करोड़ रुपये पर रही. बैंक ने बयान में कहा है कि SBI की दूसरी तिमाही में परफॉरमेंस अच्छी रही है. बैंक ने मुनाफा, कैपिटल एडक्वेसी, प्रोविजन कवरेज रेशियो आदि में सुधार दर्ज किया है.

जुलाई-सितंबर में एसबीआई में कुल जमा सालाना आधार पर 14.41 फीसदी बढ़कर 34.70 लाख करोड़ रुपये हो गई. इसमें से चालू खाते में जमा 8.55 फीसदी बढ़ी, वहीं बचत खाते की जमा में सालाना आधार पर 16.28 फीसदी का इजाफा हुआ. वहीं लोन 6.02 फीसदी बढ़कर 23.83 लाख करोड़ रुपये के पार चले गए. दूसरी तिमाही में होम लोन पिछले साल के मुकाबले 10.34 फीसदी बढ़े.

दूसरी तिमाही में बैंक का नेट एनपीए रेशियो 1.59 फीसदी रहा, जो सालाना आधार पर 120 बीपीएस और तिमाही आधार पर 27 बीपीएस कम है. ग्रॉस एनपीए रेशियो 5.28 फीसदी रहा, जो सालाना आधार पर 191 बीपीएस और तिमाही आधार पर 16 बीपीएस कम है. दूसरी तिमाही में बैंक का प्रोविजन कवरेज रेशियो 696 बीपीएस सुधरकर 88.19 फीसदी रहा. कॉस्ट टू इनकम रेशियो वित्त वर्ष 2020—21 की पहली ​छमाही में 86 बीपीएस सुधरकर 52.61 फीसदी हो गया. कैपिटल एडेक्वेसी रेशियो यानी सीएआर 113 बीपीएस सुधरकर 14.72 फीसदी पर पहुंच गया.