मुंबईः मुकेश अम्बानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड अब पूरी तरह से क़र्ज़ मुक्त हो गयी है, कम्पनी ने पिछले 58 दिनों में 1,68,818 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई है। राइट्स इश्यू से भी रिलायंस ने 53,124.20 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इस बात की घोषणा मुकेश अंबानी ने शुक्रवार को की है।

2021 तक रखा था क़र्ज़ मुक्त होने का लक्ष्य
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अंबानी ने पिछले साल अगस्त में मार्च, 2021 तक कंपनी को पूरी तरह कर्ज मुक्त करने का लक्ष्य रखा था। मार्च 2020 अंत तक कंपनी पर बकाया कर्ज 3,36,294 करोड़ रुपये और हाथ में नकदी 1,75,259 करोड़ रुपये थी। नकदी को समायोजित करने के बाद शुद्ध कर्ज 1,61,035 करोड़ रुपये बैठता है। इसमें से 2,62,000 का कर्ज रिलायंस इंडस्ट्रीज पर और 23,000 करोड़ रुपये का कर्ज जियो के खाते में है।

22 अप्रैल से फेसबुक के निवेश से हुई थी शुरुआत
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने गुरुवार को ने अपनी डिजिटल इकाई जियो प्लेटफार्म्स में 2.32 प्रतिशत हिस्सेदारी 11,367 करोड़ रुपये में सऊदी अरब के संपत्ति कोष ‘पब्लिक इनवेस्टमेंट फंड’ (पीआईएफ) को बेची है। कुल मिलाकर कंपनी अप्रैल से लेकर अब तक अपनी डिजिटल इकाई में हिस्सेदारी बेचकर करीब 1.16 लाख करोड़ रुपये जुटा चुकी है। इसकी शुरूआत 22 अप्रैल से फेसबुक के निवेश के साथ हुई।

25 प्रतिशत तक हिस्सेदारी बेच चुकी है रिलायंस
रिलायंस अब तक जियो प्लेटफार्म्स में कुल मिलाकर 25 प्रतिशत तक हिस्सेदारी बेच चुकी है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि सऊदी सरकारी संपत्ति कोष का निवेश 4.91 लाख करोड़ रुपये के इक्विटी मूल्य और 5.16 लाख करोड़ रुपये के उपक्रम मूल्य के आधार पर हुआ है। इस निवेश के साथ जियो प्लेटफार्म्स में फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्ता इक्विटी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबाडला, एडीआईए, टीपीजी और एल काटेर्टन ने अप्रैल 2020 से अब तक 1,15,693.95 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं।