भारतीय रिजर्व बैंक ने स्थानीय बैंकों से अडानी समूह की कंपनियों में उनके निवेश के बारे में विवरण मांगा है। यह कदम तब आया जब पिछले सप्ताह से समूह के संचयी बाजार मूल्यांकन में $100 बिलियन का नुकसान दर्ज किया गया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के हवाले से सरकार और बैंकिंग सूत्रों ने RBI के इस एक्शन के बारे में बताया। केंद्रीय बैंक ने अभी तक इस मामले पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है।

अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों ने गुरुवार को शेयर बाजार में अपनी गिरावट जारी रखी, यहां तक कि समूह के अरबपति मालिक गौतम अडानी ने निवेशकों को शांत रखने के लिए एक वीडियो भी जारी किया। समूह की अधिकांश सूचीबद्ध कंपनियों ने अपने निचले सर्किट पर गिरावट दर्ज की। इसके बाद समूह ने अपनी प्रमुख कंपनी, अडानी एंटरप्राइजेज के द्वितीयक शेयर बिक्री यानी एफपीओ को रोक दिया।

बता दें कि शेयर बाजार में अडानी समूह का नुकसानदेय दौर पिछले हफ्ते शुरू हुआ जब अमेरिका की शॉर्ट सेलर फर्म, हिंडनबर्ग रिसर्च ने समूह पर एक विस्फोटक रिपोर्ट पेश की। इसने समूह के बढ़ते कर्ज के बारे में चिंता जताई और अन्य बातों के अलावा, स्टॉक में हेरफेर और टैक्स हेवन के अनियमित उपयोग का आरोप लगाया। जबकि समूह ने कई बयान जारी किए और हिंडनबर्ग द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में 413 पन्नों की प्रतिक्रिया दी, तब भी इसकी सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में गिरावट जारी रही।