नई दिल्ली: दुनियाभर में फ़ैल रही कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए विश्व वैज्ञानिक इसको लेकर ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने में जुटे हैं ताकि इसका जल्द से जल्द प्रभावी वैक्सीन बनाया जा सके। इसी बीच एक नए रिसर्च में वैज्ञानिकों ने पता लगाया है किशरीर में किन-किन जीन्स की वजह से कोरोना वायरस फैलता है। वैज्ञानिकों ने जीन-एडिटिंग टूल (CRISPR-Cas9) का उपयोग करते हुए कुछ ऐसे जींस या सेल के बारे में पता लगाया है जो सार्स-सीओवी -2 Sars-CoV-2 (वायरस) को शरीर में फैलने या जड़े जमाने में मदद करते हैं। जो कोरोनो वायरस रोग का कारण बनता है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि इस रिसर्च से उनको यह पता चल पाएगा कि मानव शरीर में यह वायरस कैसे असर करता है और कितना नुकसान पहुंचाता है। जिसके बाद वह ठीक वैसा ही वैक्सीन तैयार कर पाएंगे जो शरीर में वायरस को सपोर्ट करने वाले जीन्स या सेल पर सीधा असर करेगी।

स्टडी येल स्कूल ऑफ मेडिसिन, बोर्ड इंस्टिट्यूट और MIT और हावर्ड यूनिवर्सिटी ने मिलकर की है। रिसर्च करने वाले एक वैज्ञानिक ने कहा, COVID-19 को शरीर में फैलने में मदद करने वाली कोशिकाओं की पहचान करना महत्वपूर्ण है। जब हमें ये पता होगा कि कोरोना वायरस को शरीर में कौन से जीन या सेल बढ़ने में मदद करते हैं तो हम कारगर दवा बना पाएंगे।

रिसर्च में मानव शरीर में उन जीन और रास्तों देखा गया है जो वायरस को शरीर में खुद को बढ़ाने के लिए यूज होते है। स्टडी में वैज्ञानिकों ने पाया कि इसमें प्रोटीन का अहम योगदान है। प्रोटीन का एक रूप जहां शरीर में कोविड-19 के वायरस को बढ़ाता है तो दूसरा उसके वायरस को बढ़ने से रोकता है।

स्टडी के मुताबिक, ACE2 रिसेप्टर और Cathepsin L प्रोटीन वायरस को फैलने में मदद करते हैं। वहीं हिस्टोन प्रोटीन इससे बढ़ने से रोकता है।

रिसर्च में वैज्ञानिकों ने कुछ जीन्स को अफ्रीकन ग्रीन मंकी (बंदर) के सेल्स में भी डाल कर रिसर्च किया है। उसके बाद इन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित किया गया। जिसके बाद यह रिसर्च किया गया है कि कौन से जीन प्रो वायरल है और कौन से एंटी वायरल हैं।