रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने गुरुवार को कहा कि उसने अपनी खुदरा इकाई यानी रिलायंस रिटेल में कुछ विदेशी निवेशकों को 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 47,265 करोड़ रुपये जुटाने की प्रक्रिया पूरी कर ली है. कंपनी ने 25 सितंबर से रिलायंस रिटेल वेंचर्स लि. (आरआरवीएल) में अपनी 10.09 फीसदी हिस्सेदारी निजी इक्विटी कंपनियों सिल्वर लेक पार्टनर, केकेआर, जीआईसी, टीपीजी और जनरल अटलांटिक के साथ-साथ सरकारी संपत्ति कोष मुबाडाला, एडीआईए और पीआईएफ को बेची.

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बयान में कहा, ‘‘आरवीएल को हिस्सेदारी बिक्री से अपने वित्तीय भागीदारों से 47,265 करोड़ रुपये प्राप्त हुए. इसके एवज में उन्हें 69.27 करोड़ इक्विटी शेयर आवंटित किये गये.’’

किससे कितना आया निवेश
सिल्वर लेक- 2 फीसदी हिस्सेदारी के एवज में 9,375 करोड़ रु
KKR- 1.19 फीसदी हिस्सेदारी के एवज में 5,550 करोड़ रु
GIC और अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (AIDA)- दोनों की ओर से 1.18-1.18 फीसदी हिस्सेदारी के एवज में 5,512.50 करोड़ रु
मुबाडाला- 1.33 फीसदी हिस्सेदारी के एवज में 6,247.50 करोड़ रु
सउदी अरब का पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड और सॉवरेन वेल्थ फंड- 2.04 फीसदी हिस्सेदारी के एवज में 9555 करोड़ रु
जनरल अटलांटिक- 0.78 फीसदी हिस्सेदारी के एवज में 3675 करोड़ रु
TPG- 0.39 फीसदी हिस्सेदारी के एवज में 1,837.50 करोड़ रु
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रिलायंस रिटेल के देश में 12000 स्टोर
आरआरवीएल की अनुषंगी रिलायंस रिटेल लिमिटेड देश की सबसे बड़ी, तीव्र वृद्धि वाले खुदरा कारोबार का परिचालन करती है. इसकी देश भर में 12,000 दुकानें हैं. इसके कारोबार में सुपरमार्केट, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानें, थोक कारोबार, फैशन दुकानें, ‘ऑनलाइन’ किराना दुकान जियो मार्ट शामिल हैं. हिस्सेदारी बेचकर जुटायी गयी राशि से रिलायंस रिटेल ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों बाजारों में मजबूती के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकेगी. इससे पहले, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने समूह की डिजिटल सेवा कंपनी जियो प्लेटफार्म्स के लिये फेसबुक, गूगल जैसे निवेशकों से 1.52 लाख करोड़ रुपये जुटाये थे.