चंदौली के बाद फिरोजाबाद में भी पुलिस ने महिला की जान ली

लखनऊ:
भाकपा (माले) ने कहा है कि प्रदेश में पुलिस द्वारा निर्दोष महिलाओं की हत्या का सिलसिला रुक नहीं रहा है। चंदौली की मनराजपुर घटना में 22 वर्षीय युवती की पुलिस पिटाई से मौत का मातम अभी जारी ही है कि फिरोजाबाद में एक 60 वर्षीय दलित महिला की पुलिस के हिंसक व्यवहार से मृत्यु हो जाने का मामला सामने आया है।

पार्टी के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने रविवार को यहां जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री योगी द्वारा दी गई खुली छूट के कारण यूपी पुलिस हत्यारी हो गई है। चंदौली के बाद फिरोजाबाद के पचखेड़ा थानाक्षेत्र में सात-आठ मई की देर रात गश्त पर निकली पुलिस टीम पर एक महिला की हत्या करने का आरोप परिवारीजनों ने लगाया है।

कामरेड सुधाकर ने कहा कि चंदौली से लेकर फिरोजाबाद तक की घटनाओं में अभियुक्तों के परिवार के सदस्यों के प्रति पुलिस का आपराधिक रवैया दिखता है। फिरोजाबाद में जिस महिला के घर पुलिस आधी रात बाद गई थी, उसके चार बेटे एक दिन पहले ही जेल से छूटकर आये थे। वे किसी स्थानीय झगड़े में जेल गए थे। मृतका की बेटी के अनुसार, पुलिसकर्मियों ने घर का दरवाजा खोलवाने के बाद 60 वर्षीय महिला को गर्दन से पकड़ लिया और जोर का धक्का दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।

इसके पहले, चंदौली की घटना में गत एक मई को सैय्यदराजा थाने की पुलिस आरोपी की खोजबीन के बहाने कन्हैया यादव के घर में घुसी थी और उनकी दो बेटियों की बेरहमी से पिटाई की, जिससे बड़ी बेटी निशा की मौत हो गई और दूसरी को गंभीरावस्था में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

माले नेता ने कहा कि कानून व्यवस्था की रखवाली पुलिस निर्दोषों की हत्याएं करने से लेकर थानों में फरियादियों से बलात्कार तक कर रही है। वह न्याय क्या दिलाएगी! ललितपुर जिले में जिस थानेदार ने रेप पीड़िता नाबालिग से बलात्कार किया, पुलिस उसे एयर कंडीशन (एसी) गाड़ी में पेशी पर ले जाती है और अदालत में उसकी बारी आने तक वह घंटो एसी ऑन कर गाड़ी में ही इंतजार करता है। क्या यह मुख्यमंत्री को दिखाई-सुनाई नहीं पड़ता या यह सब उनके इशारे पर यह हो रहा है!

माले नेता ने फिरोजाबाद मामले में घटना की एफआईआर हत्या की धारा में दर्ज कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई और पीड़ित परिवार को त्वरित न्याय दिलाने की मांग की।