टीम इंस्टेंटखबर
पेगासस जासूसी मामले (Pegasus spying scandle) में भारत समेत पूरी दुनिया में मचे हंगामे के बीच इजरायल ने एनएसओ समूह (NSO group) के जासूसी सॉफ्टवेयर के दुरुपयोग के आरोपों की जांच के लिए एक समिति गठित करने का संकेत दिया है .

इस्राइली कंपनी के इस जासूसी सॉफ्टवेयर के दुरूपयोग से भारत समेत अन्य देशों में पत्रकारों, मानवाधिकार समर्थकों, नेताओं और अन्य की जासूसी करने के लिए पेगासस सॉफ्टवेयर के कथित उपयोग ने निजता से संबंधित मुद्दों को लेकर चिंता खड़ी कर दी है.

अंतरराष्ट्रीय मीडिया संघ के मुताबिक, इजरायली कंपनी के विभिन्न सरकारों को बेचे गए फोन स्पाईवेयर के जरिए नेताओं, अधिकार कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को निशाना बनाया गया. इजरायली संसद के विदेश मामलों और रक्षा समिति के प्रमुख रैम बेन बराक ने गुरुवार को ‘आर्मी रेडियो’ को बताया, ‘रक्षा प्रतिष्ठान ने कई निकायों की मदद से बनी एक समीक्षा समिति नियुक्त की गई है.’

पूर्व में इजरायल की मोसाद जासूसी एजेंसी के उपप्रमुख रह चुके बेन बराक ने कहा, ‘वे जब अपनी समीक्षा पूरी कर लेंगे, तब हम परिणाम देखने की मांग करेंगे और इस बारे में विचार मंथन करेंगे कि क्या हमें सुधार करने की जरूरत है.’ उन्होंने कहा कि इजरायल की प्राथमिकता ‘लाइसेंस दिए जाने की इस पूरी प्रक्रिया की समीक्षा करना है.’